पैरालिसिस से ब्रेन डेड हुआ व्यापारी तो घरवालों ने लिया सराहनीय फैसला, 5 को मिलेगी नई जिंदगी
Gujarat News, जामनगर। गुजरात में जामनगर के शांतिनगर क्षेत्र में रहने वाले 45 साल के जिग्नेश केशुभाई वीराणी को पैरालिसिस का अटैक पड़ा। उनका कई तरह का ट्रीटमेंट किया गया, मगर बाद में डॉक्टरों ने उनको ब्रेन डेड घोषित कर दिया। इस दौरान परिवार ने दिल पर पत्थर रखकर एक सराहनीय फैसला लिया। उन्होंने जिग्नेश के अंगदान करने की बात कही। जिसके तहत डॉक्टर्स उसके लीवर, किडनी एवं आंखों को अन्य मरीजों के लिए इस्तेमाल करने को तैयार हो गए।
मृत जिग्नेश के बॉडी पार्ट्स के लिए मंगलवार को अहमदाबाद के 15 डॉक्टरों की टीम जामनगर पहुंची। जहां जिग्नेश की किडनियां, लीवर समेत आंखों को ट्रांसप्लांट करने की कार्रवाई की गई। उनके अंग निकालकर सुरक्षित अहमदाबाद ले जाया गया। डॉक्टर्स के मुताबिक, अब आने वाले दिनों में अलग-अलग अस्पतालों में 5 से ज्यादा लोगों के लिए उनका इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसके लिए जिग्नेश के अंगों का प्रत्यार्पण करके उनको नवजीवन दिया जाएगा।
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परिजनों के मुताबिक, जिग्नेश कुरियर के व्यवसाय से जुड़े थे। दो दिन पहले अचानक उनको पैरालिसिस अटैक पड़ा था। एमआरआआई करवाने पर डॉक्टरों ने ब्रेन डेड कर दिया गया। ऐसे में खुद के लिए मुश्किल समय में जिग्नेश के परिजनों द्वारा किए गए इस निर्णय की लोग जमकर सराहना कर रहे हैं। जामनगर में बीते तीन महीने में अंगदान का यह दूसरा किस्सा सामने आया है।
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