पाक में जुल्म: जेल में बंद भारतीय मछुआरे ने पत्नी को खत लिखकर कहा- नहीं मिल रहा इलाज
Gujarat News in Hindi, कोडिनार। पाकिस्तानी जेलों में बंद 500 से ज्यादा भारतीय मछुआरों पर वहां की सरकार और मेडिकल सर्विसेज की संवेदनहीनता एक बार फिर उजागर हुई है। कोटड़ा गांव के रहने वाले पुंजाभाई सोमाभाई चावड़ा नामक मछुआरे ने वहां से अपनी पत्नी को पत्र लिख आपबीती बयां की है। पुंजाभाई ने कहा है कि भारतीय कैदियों के साथ अन्याय होता है। मेरी बीमारी ठीक कराने के लिए जरूरी ट्रीटमेंट नहीं दिया जा रहा है।
'भारतीय कैदियों का अच्छा उपचार नहीं कराता पाकिस्तान'
बता दें कि, मछुआरों के कई परिवार विदेश मंत्रालय को इस बारे में पहले भी शिकायत करते रहे हैं। अब पुंजाभाई ने भी बताया है कि वहां जेलों में अच्छा इलाज नहीं दिया जा रहा। पुंजाभाई पाकिस्तान की कैद में तब आए जब वे 11 नवंबर 2017 के दिन समंदर में मछली पकड़ रहे थे। पाकिस्तान मरीन द्वारा उन्हें अगवा करके जेल में डाल दिया गया। पिछले एक महीने से वह बीमार चल रहे हैं, उनका कहना है कि बीमारी के कारण उन्हें अस्पताल भी ले जाया गया। मगर, भारतीय होने के कारण उन्हें वहां ठीक से इलाज मुहैया नहीं कराया जा रहा।
'दो सालों में 500 भारतीय मछुआरों को पकड़कर जेल में डाल दिया'
पुंजाभाई ने यह भी कहा कि दो सालों में पाकिस्तान द्वारा 500 भारतीय मछुआरों को सीमा सुरक्षा के नाम पर पकड़कर जेल में डाल दिया है। इन मछुआरों में से ज्यादातर छोटी-बड़ी बिमारी से ग्रस्त हैं। जिसके चलते उन्हें वहां के अस्पताल में भर्ती करवाया जाता है। लेकिन अस्पतालों में ठीक से व्यवहार नहीं किया जाता। साथ ही उनके शरीर से छेड़छाड़ की आशंका को भी नहीं नकारा जा सकता।
पत्नी धनीबेन ने विदेश मंत्रालय से लगाई गुहार
पुंजाभाई के इस खत के बारे में उनकी पत्नी धनीबेन द्वारा समुद्र श्रमिक सुरक्षा संघ के प्रमुख बालुभाई सोया को भी बताया गया। उनके माध्यम से पूरी हकीकत से भारतीय विदेश मंत्रालय को भी बताई गई है। अब विदेश मंत्रालय की कार्रवाई का इंतजार है।
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