पाकिस्तान से जान बचाकर भागे ये 600 लोग भी हुए हिंदुस्तानी, पहली बार डालेंगे गुजरात में वोट
Gujarat News in Hindi, गांधीनगर। लोकसभा चुनाव (general election 2019) में इस बार गुजरात में बसे हुए पाकिस्तान मूल के 600 मतदाता पहली बार वोट देने जा रहे हैं। कल मंगलवार, यानी 23 अप्रैल को सूबे में सभी 26 सीटों पर होने वाली वोटिंग में ये हिस्सा लेंगे। इनमें से ज्यादातर लोगों को वर्ष 2015 के बाद भारत की नागरिकता मिली।
पहली बार वोट डालेंगे ऐसे 600 मतदाता
बता दें कि, इसी महीने की शुरूआत में राज्य के कच्छ जिले में रह रहे 89 लोगों को पहली बार मताधिकार दिया गया था। पाकिस्तान से भागकर सालों पहले वे हिंदुस्तान में दाखिल हुए थे और कच्छ को अपना ठिकाना बनाया था। सरकार ने 2016 ऐसे कुल 176 लोगों को भारतीय नागरिकता दी थी। जिसके बाद 2017 में 26, 2018 में 46 और वर्ष 2019 के चुनावों के लिए 89 लोगों को भारतीय नागरिक के तौर पर प्रमाणित किया गया।
बताया- कैसे हिंदुस्तान आए थे
अब इन लोगों का कहना है कि पाकिस्तान में उन्हें किसी भी तरह से सुरक्षा महसूस नहीं हो रही थी। वहां इनके परिवार की महिलाएं अकेले बाहर तक नहीं निकल पाती थीं। तब वे हिंदुस्तान भाग आए, हालांकि यहां आने के बाद भी कांग्रेस सरकार द्वारा उनके लिए कुछ नहीं किया गया। उनका कहना है कि भाजपा के शासन में ही देश की नागरिकता मिली और वे वोट देने का अधिकार भी मिला है। ज्यादातर ने ये भी कहा कि वे भाजपा को वोट देने में यकीन रखते हैं।
भारतीय नागरिकता के साथ दी गईं ये सुविधाएं
अधिकारियों के मुताबिक, कच्छ में आकर बसे परिवारों को सांसद को चुनने का अधिकार पहली बार मिला है। यहां कलेक्टर के पास अब भी 23 आवेदन मौजूद हैं, जिनमें भारतीय नागरिकता मांगी गई है। जिन्हें नागरिकता मिली है, उन्हें चुनाव कार्ड, राशन कार्ड, लाइसेंस और आधार कार्ड समेत सभी कार्ड भारतीय नागरिकता के लिये प्रदान किये जा रहे हैं।
कुछ शरणार्थी दो दशकों तक वीजा से रहे
बताया जा रहा है कि कच्छ में रहने वाले कुछ शरणार्थी ऐसे भी हैं, जो 1971 के युद्ध के बाद आए थे। 2 दशक तक वीजा के सहारे रहे। भारतीय नागरिकता नहीं मिलने की वजह से उनको काफी मुसीबतें झेलनी पड़ीं। हालांकि, 2016 में केंद्रीय गृह मंत्रालय ने एक गजट प्रकाशित किया और जिला कलेक्टर को नागरिकता प्रदान करने की नीति को नरम किया। उसी वजह से कच्छ में 89 लोगों को भारतीय नागरिकता मिली। उस से पहले भी भारत सरकार ने पाकिस्तान से आए हुए शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता प्रदान की है।
गुजरात में कुल वोटरों की संख्या 4.50 करोड़ के पार हुई
वहीं, चुनाव आयोग (Election commission of india) के नए आंकड़ों के मुताबिक, सूबे में 10,50,407 नए मतदाता जुड़े हैं। यानी, यहां लोकसभा चुनाव में पहली बार 10 लाख युवा वोट डाल सकते हैं। राज्य में कुल वोटरों की संख्या में भी भारी इजाफा हुआ है। गुजरात में 4.51 करोड़ वोटर हो गए हैं। इन वोटरों के साथ ही अब पाकिस्तान से आकर बसे हिंदू बहुल शरणार्थी भी भारतीय नागरिक के तौर पर लोकसभा चुनाव में हिस्सा लेंगे।