जम्मू-कश्मीर में गश्त कर रहे फौजी की जान गई, बिलख रहीं पत्नी-पुत्री, 3 बहनों ने खोया इकलौता भाई
भावनगर। गुजरात में वल्लभीपुर स्थित कानपर गांव के फौजी दिलीपसिंह डोडिया जम्मू-कश्मीर के अखनूर सेक्टर में जान से हाथ धो बैठे। गश्ती के दौरान पहाड़ी पर कार पलटने से वह गंभीर घायल हो गए थे। उन्हें इलाज के लिए हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया, जहां दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। दिलीपसिंह 3 बहनों के एकलौते भाई थे। घर पर उनकी पत्नी और दो साल की बेटी भी थी। दिलीप की मौत की खबर सुनकर, घर पर सभी रोने लगे।
संवाददाता के अनुसार, दिलीपसिंह परिवार के साथ कश्मीर में ही रहते थे। बीते दिनों जब वह साथियों के सा गश्ती पर निकले थे तो उसी दौरान अखनूर सेक्टर में हुए एक मार्ग अकस्मात में उनकी कार पलट गई। इस घटना में गंभीर घायल होने पर अस्पताल लाए गए। जहां डॉक्टरों की काफी कोशिश के बावजूद वह बच नहीं पाए। भारतीय सेना द्वारा एक शहीद को मिलने वाले सम्मान के साथ ही उनके अन्तिम संस्कार की तैयारी शुरू हो गईं।
बर्फ
में
दबकर
गई
थी
खुशालसिंह
सिसोदिया
की
जान
हाल
ही
में
मेघराज
के
झरड़ा
गांव
के
निवासी
खुशालसिंह
सिसोदिया
भी
शहीद
हुए
थे।
जम्मू
कश्मीर
में
हुए
हिमस्खलन
के
दौरान
वह
बर्फ
के
नीचे
दब
गए
थे।
हालांकि,
साथी
जवानों
द्वारा
ही
उनको
बाहर
निकलकर
अस्पताल
भेजा
गया
था।
लेकिन
आखिरकार
जिंदगी
और
मौत
की
इस
जंग
में
वह
हार
गए।
इस
घटना
के
कुछ
ही
समय
बाद
गुजरात
के
एक
और
जवान
की
शहादत
हुई
है।
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