गुजरात में दलित उपसरपंच की दिनदहाड़े हत्या, जिग्नेश मेवानी ने कहा- पुलिस ने नहीं दी सुरक्षा
बोटाद। गुजरात में आए दिन दलितों पर अत्याचार की घटनाएं सामने आती हैं। सरकार के लाख प्रयासों के बावजूद ऐसी घटनाएं थमने का नाम नहीं ले रही हैं। ऐसी ही और एक घटना सामने आई है जिसमें जालीला गांव के सरपंच के पति उपसरपंच मनजीभाई जेठाभाई सोलंकी की हत्या कर दी गई। उनकी पत्नी सरपंच हैं। परिजनों ने थाने में हत्या का केस दर्ज कराया है। दलित नेता जिग्नेश मेवानी ने मामले को लेकर पुलिस पर सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाया है।
रास्ते में किया हमला
संवाददाता के मुताबिक, राणपुर तहसील के जालीला में जनरल सीट पर से चुने गए उपसरपंच मनजीभाई जेठाभाई सोलंकी पर अचानक रास्ते में अज्ञात हमलावरों ने मौत के घाट उतार दिया। मौके पर से मनजीभाई की बाईक टूटी-फूटी हालत में मिली है। परिजनों ने थाने में शिकायत दर्ज कराते हुए कुछ वीडियो प्रस्तुत किए हैं जो हमले के ठीक बाद के हैं। इन वीडियो में घायल मनजीभाई बता रहे हैं कि गांव के ही कुछ लोगों ने उन पर हमला किया है। हमलावरों ने कार से उनका पीछा किया और फिर उनको टक्कर मारकर गिरा दिया। इसके बाद उनकी जमकर पिटाई की और धारदार हथियार से हमला बोल दिया। घायल मनजीभाई को अस्पताल ले जाया गया जहां डॉक्टर ने उनको मृत घोषित कर दिया।
जिग्नेश मेवानी ने पुलिस पर लगाया आरोप
दलित सरपंच की मौत को लेकर नेता जिग्नेश मेवानी ने सोशल मीडिया के माध्यम से पुलिस पर सुरक्षा नहीं देने का आरोप लगाया है। उन्होंने दावा किया है कि मृतक को खुद पर हमला होने की आशंका थी। उन्होंने कुछ दिन पहले डीजीपी से मिलकर पुलिस सुरक्षा की मांग की थी। हालांकि पुलिस ने उनको सुरक्षा नहीं दी। इसी वजह से मनजीभाई को अपनी जान गंवानी पड़ी। अब उनके शव को अहमदाबाद लाकर न्याय की मांग करने की बात भी मेवानी ने कही है।
गांव में पुलिस तैनात
पहले भी अमरेली के वरसडा गांव के सरपंच जयसुख माधड की हत्या के बाद समुदाय में रोष भड़क उठा था। मामले को लेकर विधानसभा में भी चर्चा हुई थी। ऐसी ही और एक घटना सामने आने पर पुलिस सतर्क हो गई है। फ़िलहाल मनजीभाई के परिजनों की शिकायत पर केस दर्ज कर पुलिस मामले की जांच में जुटी है। साथ ही शव को अहमदाबाद लाने की बात पर गांव में पुलिस की तैनाती की गई है।
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