फैक्ट्री मालिक ने नौकर को मरवा दिया, 2 साल तक 'आत्मा' ने तंग किया तो खुल गई वारदात की कलई
Gujarat News, राजकोट। गुजरात में राजकोट की क्राइम ब्रांच ने दो साल पहले हुई हत्या के दोषियों को पकड़ लिया। इस मामले में पुलिस को मृतक की आत्मा भटकने के किस्से सुनने के बाद सफलता मिली। जून-2017 में चोटिला स्थित जरिया महादेव मंदिर के पास एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी। तब पुलिस ने लाश बरामद की। उसकी पहचान व्रजेश जोशी के तौर पर हुई थी। हालांकि, उसके परिजनों का पता तब नहीं चल पाया था और पुलिस ने केस पर आगे काम करना बंद कर दिया था।
2 साल तक मृतक की 'आत्मा' ने किया पीछा, फिर पकड़े गए हत्यारे
यह केस पुलिस की नजर में दोबारा तब आया, जब व्रजेश की हत्या करने वाले को व्यापार में नुकसान होने लगा। हत्यारे ने ज्योतिषी से संपर्क किया था। ज्योतिष ने उससे कहा कि, फैक्ट्री में किसी युवक (व्रजेश) की मौत हुई थी। उसकी आत्मा वहां भटक रही है और इसलिए तुझे व्यापार में बरकत नहीं मिल रही। उस आत्मा की शांति के लिए धार्मिक विधि करनी पड़ेगी। ज्योतिष की बातें मानकर हत्यारे ने चोटिला जाकर धार्मिक विधि करवाई। लेकिन उससे भी व्यापार में खास कोई फर्क नही पड़ा तो वह वापस ज्योतिष के पास पहुंचा।
बेटे के बारे में सुनकर परिजनों को हुआ अंदेशा
तब ज्योतिष ने उसे कहा कि मृतक के परिजन के हाथों विधि करेंगे, तभी आपको फायदा मिलेगा। जिसके चलते फैक्ट्री मालिक पहले तो थोड़ा घबराया, लेकिन बाद में उसने मृतक के चाचा से संपर्क किया। उसके बाद मृतक के माता-पिता तक पहुंचा। उसकी बातें सुनकर मृतक के माता-पिता सुन्न हो गए। उन्हें यह तो पता था कि उनका बेटा व्रजेश गुम हुआ है। लेकिन जब उन्होंने चाचा से उसके बारे में सुना तो पूछा व्रजेश की मौत के बारे में तुम्हे किसने बताया?
खबर मिलते ही फैक्ट्री मालिक फरार हो गया
इस पर बात खुलती चली गई। तब मृतक व्रजेश के माता-पिता पुलिस के पास पहुंचे। पुलिस ने मृतक के चाचा को पकड़कर पूछताछ की, जिसमें फैक्टरी मालिक का नाम सामने आया। हालांकि, चाचा को हिरासत में लिए जाने की खबर मिलते ही फैक्ट्री मालिक फरार हो गया। लेकिन पुलिस ने हत्या में शामिल कल्पेश माली, महेश धोलकिया, विरल पेसावरिया और निहाल सोलंकी को दबोच लिया। फिर, उन्होंने पूरी वारदात की कहानी सुनाई।
शव को चोटिला के पास फेंक दिया था
इस मामले में पुलिस अब आरोपी प्रकाश पितलिया को ढूंढने में जुटी है। आरोपियों ने बताया कि, व्रजेश द्वारा रुपयों की गोल-माल किए जाने की आशंका फैक्ट्री मालिक को थी। साथ ही 24 अप्रैल 2017 को व्रजेश के गायब हो जाने पर उसका शक बढ़ गया। जिसके बाद 6 जून 2017 को वापस लौटे व्रजेश को मरवा दिया गया। वकील की सलाह पर फैक्ट्री मालिक ने उसके शव को चोटिला के पास फेंक दिया था।
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