तेंदुए के जिस बच्चे को शेरनी ने अपना बच्चा समझकर पाला, 45 दिनों बाद हार गया वह जिंदगी की जंग
Gujarat News, गिर सोमनाथ। सोशल मीडिया पर वायरल हुए जिस वीडियो में एक शेरनी तेंदुए के बच्चे को दूध पिलाती दिख रही थी, वही बच्चा अब अपनी जिंदगी की जंग हार गया है। 45 दिनों बाद उस बच्चे का शव गिर के जंगलों में पाया गया है।
शेरनी ने दूध पिलाकर की थी तेंदुए के बच्चे की देखभाल
यह वीडियो गुजरात में गिर सोमनाथ से सामने आया था। जंगल के अंदर एक फॉरेस्ट ऑफिसर ने पाया था कि शेरनी तेंदुए के शावक के साथ थी। आमतौर पर शेर और तेंदुओं में दुश्मनी रही है और तेंदुए शेर के इलाकों में नहीं रहते। मगर, ऑफिसर ने देखा था कि तेंदुए के शावक को शेरनी खुद के बच्चे की तरह पाल रही थी। जिसको देखकर वह अचंभित हो गए और उनका वीडियो बना लिया। इस वीडियो के सामने आने के बाद से ही वन-कर्मियों ने उस शेरनी और शावक पर नजर रखनी रखनी शुरू कर दी।
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उसकी राह देखकर खड़ी रहती थी, फिर भी नहीं बच पाया
उधर, वीडियो देखकर लोग शेरनी के अनोखे मातृप्रेम को सराह रहे थे, इधर वह शावक करीब 45 दिनों तक शेरनी का दूध पीता रहा। आखिर में उसकी मौत हो गई। अधिकारियों का कहना है कि शावक की मौत से उन्हें धक्का लगा है, क्योंकि शावक तब भी नहीं बच पाया जबकि शेरनी उसका अपने बच्चों की तरह ख्याल रख रही थी।
तेंदुए का शावक शेरनी के शावक से छोटा होने के कारण शेरनी आगे चलती थी और उसको पीछे रखती थी। जब भी तेंदुए का शावक पीछे रह जाता था, शेरनी उसकी राह देखकर खड़ी रहती थी। शेरनी के शावकों ने भी इस तेंदुए के शावक को जैसे अपना भाई मान लिया था और दिनभर सब साथ में खेलते थे। हालांकि, यह साथ ज्यादा दिनों तक चल नहीं पाया और तेंदुए के शावक की मौत हो गई है।
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तेंदुए का दूध चाहिए था शावक को?
आमतौर पर शेर के जंगल में से वापस आने तक उसके शावकों के जिंदा रहने की संभावना 35-40 प्रतिशत ही मानी जाती है। ऐसे में तेंदुए के इस शावक के बचने की संभावना कम ही मानी जा रही थी। हालांकि, तेंदुए के शावक की मौत का कारण अभी तक सामने नहीं आया है और वनतंत्र के अधिकारी इसका कारण जानने में लगे हुए हैं।
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