गुजरात: नकली खाद की 843 बोरियों के साथ हत्थे चढ़े 8 शातिर, खुद बताया- कैसे करते थे धंधा
Gujarat News in Hindi, राजकोट। गुजरात में जसदन के सरकारी डिपो में आठ लोग नकली खाद सप्लाई करते थे। पुलिस द्वारा मारी गई रेड में उनसे 843 नकली खाद की बोरियां बरामद हुईं। पूछताछ में सामने आया कि वे नकली खाद कंपनी की बोरी में भरकर किसानों के साथ चीटिंग कर रहे थे। ये सभी लोग सोम पिपलिया स्थित सरकारी डिपो में अपना काला धंधा जमाए बैठे थे। पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
जानिए कैसे किया जाता था घोटाला, कहाँ से आता था नकली खाद?
पुलिस के मुताबिक, इंदुभाई भायाभाई सरैया के खेत में इल्यास हुसैनभाई खिमाणी नामक सूत्रधार कुछ मजदूरों को लाकर यह काम करता था। वह डीसा से 330 रुपए में निर्मल पावर खाद की खरीद करता था। और GSFC समेत सरदार डीएपी की थैलियों में यह नकली खाद मजदूरों द्वारा भरवाकर सभी किसानों को बेचता था। पुलिस ने निर्मल पावर की 653 बोरियां, जिनकी कीमत 6,36,675 थी और डीएपी खाद की 182 बोरियां, जिनकी कीमत 1,62,500 रुपए थी, पकड़ी हैं। इसके अलावा खाद की 8 बोरियां भी पकड़ी गईं, जिनकी कीमत 7840 रुपए थी। साथ ही आयशर गाड़ी समेत 14 लाख से ज्यादा का माल बरामद हुआ।
पकड़े गए आरोपियों के नाम
राजकोट एसपी की निगरानी में चल रही जांच में पुलिस ने आठ लोगों को गिरफ्तार किया। जो ऑरजीनल खाद निकालकर नकली खाद भर किसानों के साथ धोखेबाजी को अंजाम देते थे। पुलिस ने इन्दु सरैया, इल्यास खीमाणी, अर्जन कणोतरा, किरण गाबु, कल्पेश गाबु, जयेश गाबु, वाघा त्रमटा ओर रजु जणु को दबोचकर कानूनी कार्रवाई शुरू की है।
मुख्य सूत्रधार इल्यास ने पकड़े जाने पर कहीं ये बातें
मुख्य सूत्रधार इल्यास खीमाणी ने कुबूल करते हुए कहा कि वह पिछले डेढ़ साल से मिलावट का कारोबार कर रहा था। 15 दिन पहले उसके पास जगह नहीं होने की वजह से उसने इंदुभाई सरैया को अपने साथ लिया था और दोनों डीसा से 330 रुपये की खाद की बोरियां लाकर किसानों को 1250 रुपये में बेचने लगे।