बच्ची से दुष्कर्म के आरोपी का केस लड़ने से 250 वकीलों ने किया मना, वो बोला- अपना केस मैं खुद लड़ूंगा
राजकोट. गुजरात के राजकोट में मासूम को हवस का शिकार बनाने के आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर कोर्ट में पेश किया। हालांकि, कोर्ट में मौजूद 250 से ज्यादा वकीलों ने उसका केस लड़ने से इनकार कर दिया। आरोपी ने कहा कि मैं अपना केस खुद लड़ूंगा। पुलिस के मुताबिक, शुक्रवार रात शहर के 80 फिट रिंगरोड पर दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया गया था। आरोपी की पहचान भारत गनर-8 के हरदेव मशरू मांगरोलिया के रूप में हुई। गिरफ्तार करने के बाद उसे जज डी.डी. ठक्कर की कोर्ट में पेश किया गया था। वहीं, बार एसोसिएशन के अध्यक्ष बकुल राजानी ने सभी वकीलों को इकट्ठा किया। राजानी द्वारा यह कहा गया कि 8 साल की मासूम से दरिंदगी करने वाले का मुकदमा कोई वकील नहीं लड़ेगा।
संवाददाता के अनुसार, जिस रात दुष्कर्म हुआ था, उसकी सूचना मिलने पर तत्काल ही पुलिस ने जांच-पड़ताल शुरू कर दी थी। पुलिस ने घटनास्थल से कुछ दूर मौजूद सीसीटीवी फुटेज चेक किए थे। जिनमें एक शख्स रात 11:21 बजे बच्ची को उठाकर ले जाता दिखाई दिया। उसके बाद 12:09 बजे वह बच्ची रोते हुए लौटी। इस घटना के बाद पुलिस ने बलात्कारी को पकड़ने के लिए 50 हजार का इनाम रखने की घोषणा की थी। घटना का पता चलने पर मामले ने तूल पकड़ लिया था, जिससे पुलिस पर आरोपियों को पकड़ने का दवाब बढ़ गया था।
पुलिस ने 2 दिन बाद कहा था कि आरोपी को हिरासत में लिया जा चुका है। वहीं, रेप की वारदात के बारे में जब वड़गाम के विधायक जिग्नेश मेवाणी को पता चला तो उन्होंने इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री के खिलाफ बयानबाजी शुरू कर दी। मेवाणी राजकोट आए हुए थे। उन्होंने कहा कि घटना पूरे राज्य के लिए शर्मनाक है। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर रुपाणी स्पष्ठीकरण दें। जिग्नेश ने यह भी कहा कि पीड़ित परिवार को न्याय और सरकारी सहायता दी जाए।