TV पर टिकी थी दूल्हा-दुल्हन की नजरें, उम्रकैद की सजा काट रहे बाबा ने सेंट्रल जेल से कराई शादी, देखें VIDEO
Pratapgarh News, प्रतापगढ़। शादी में दुल्हन के न हल्दी लगी, न मेहंदी, दूल्हा न घोड़ी पर बैठा, न बैंड बाजा आया ना कोई बाराती। डीजे का शोर और प्रीतिभोज भी नहीं। दूल्हा-दुल्हन ने कोई फेरे नहीं लिए। पंडित भी नहीं था। सिर्फ 17 मिनट में हो गई शादी।
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यह अनूठी शादी राजस्थान के प्रतापगढ़ जिले के धरियावद की। उदयपुर के भूतपुरा, वल्लभनगर से विष्णुलाल कीर बारात लेकर धरियावद आया। मात्र 17 मिनट में अपने गुरु के आदेशानुसार शादी की रस्में निभाकर पायल को अपनी दुल्हन बनाकर ले गया।
एलईडी पर किए गुरु के चरण स्पर्श
विवाह के समय दूल्हा-दुल्हन और उनके परिजनों की नजर सामने लगे एक एलईडी पर थी। दरअसल, सेंट्रल जेल में बंद रामपालदास एलईडी पर मंत्र पढ़ते रहे और उनके अनुयायी एलईडी के सामने अपने गुरु के सामने श्रद्धा से हाथ जोड़े मंत्रों को दोहराते रहे। इस तरह बेहद अनूठे ढंग से सम्पन्न हो गया. एलईडी के सामने ही दूल्हा-दुल्हन और उनके अनुयायियों ने गुरु रामपाल दास के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लिया।
ना फेरे हुए ना ही मंगलसूत्र पहनाया
विवाह में फेरे नहीं लिए गए। न दुल्हन को मंगलसूत्र पहनाया गया। दूल्हे ने दुल्हन की कलाई पर एक रक्षा सूत्र बांध कर उसे अपना जीवन साथी बना लिया। दूल्हे ने अपने हाथों से दुल्हन को बड़े प्यार से चाय बिस्किट खिलाया। भले ही रामपालदास आजीवन की सजा काट रहे हैं, लेकिन उनके अनुयायियों में उनके प्रति इतनी अटूट श्रद्धा और भक्ति है कि एक एलईडी पर ही उनके मंत्रोच्चार के साथ विवाह रचा डाला।
गुरुवार की शिक्षा का असर
दूल्हे के पिता बंशीलाल ने बताया कि गुरुजी की शिक्षा से बिना दहेज और फिजुलखर्ची के नाथूलाल की बेटी से शादी हुई है। हम दोनों परिवारों की सहमति से महज 17 मिनट में शादी करके समाज को संदेश दिया है कि बिना खर्च के और बेहद सादगी से भी शादी करवाई जा सकती है।