जम्मू कश्मीर में मारे गए ट्रक ड्राइवर के शव को लेने से परिजनों ने किया इंकार, 50 लाख रुपये और शहीद का दर्जा देने की मांग
भरतपुर। जम्मू कश्मीर में आतंकवादियों द्वारा भरतपुर निवासी ट्रक चालक सरीफ खान की गोली मारकर हत्या करने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है। बीती रात को जब ट्रक चालक का शव गांव पहुंचाया गया तो ग्रामीणों ने शव को लेने से इंकार कर दिया और पीड़ित परिवार को क्षतिपूर्ति, मृतक को शहीद का दर्जा देने सहित पांच मांगों पर अड़ गए।
इसके अलावा मृतक ट्रक चालक का साथी जो वहां से बचकर बुधवार को आया और उसने पूरा घटनाक्रम बताया। उसने बताया कि हम खाना खाकर ट्रक में सोने गए तभी दो आतंकी वहां आये और उन्होंने पकड़ लिया, जहां मैंने भागकर एक किसान के घर में अपनी जान बचाई। हालांकि उन्होंने सरीफ को पकड़ लिया और उसको गोली मारकर गाड़ी में आग लगा दी।
आतंकवादियों ने वहां से सेब लोड करने से मना किया था और जबरदस्ती ट्रक व् सरीफ को ले गए और सरीफ की गोली मारकर हत्या कर दी व् गाडी को आग के हवाले कर दिया | देर रात को सरीफ खान का शव गांव पहुंचा और शव को मोर्चरी में रखवा दिया, लेकिन रात को भी ग्रामीणों ने शव लेने से इंकार करते हुए एम्बुलेंस को रोक दिया और आज सुबह भी शव नहीं लेने को लेकर ग्रामीण विरोध कर रहे हैं |
शव लेने से इंकार कर रहे परिजन व ग्रामीणों पांच मांगों पर अड़े हुए हैं। उन्होंने मांग की है कि परिवार के एक सदस्य को नौकरी दी जाए, परिवार के लिए 50 लाख रुपये की आर्थिक मदद, शरीफ खान के परिवार के लिए सारी सरकारी सुविधायें, शरीफ खान को शहीद का दर्जा दिया जाए और शरीफ खान के नाम पर शहीद स्थल बनाया जाए | बता दें कि पहाड़ी थाना क्षेत्र के गांव उभाका का निवासी 40 वर्षीय शरीफ खान जो ट्रक ड्राइवर था, बीते सोमवार को जम्मू कश्मीर के सोफिया में सेब की लोडिंग करने गया था, जहां आतंकवादियों ने गोली मारकर उसकी हत्या कर दी ।
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