राजस्थान: कांवड़ यात्रियों पर हमले के बाद पथराव और आगजनी, लगाया गया कर्फ्यू
जयपुर। राजस्थान के टोंक जिले के मालपुरा में कांवड़ियों पर हुए पथराव के बाद हालात बिगड़ने लगे है। शुक्रवार को बेकाबू भीड़ ने कई जगह पथराव और आगजनी की घटनाओं को अंजाम दिया। जिसके बाद पुलिस को बेकाबू भीड़ को रोकने के लिए लाठीचार्ज व आंसू गैस का सहारा लेना पड़ा। यहां बिगड़ी कानून-व्यवस्था की स्थिति को देखते हुए प्रशासन ने कर्फ्यू लगा दिया है। हिंसा और न भड़के इसके लिए जिले में इंटरनेट भी बंद कर दिया गया है। कर्फ्यू लगने की सूचना पर आईजी रेंज बीजू जार्ज जोसफ भी टोंक पहुंच गए हैं।
क्या है मामला
टोंक जिले के मालपुरा में गुरुवार को कांवड़ यात्रियों पर अचानक हमला कर दिया गया था। इसमें 10 से ज्यादा कांवड़ियों को चोटे आई थी। घटना के बाद मालपुरा में तनाव पैदा हो गया। हमले के विरोध में उग्र हुए लोगों ने जयपुर-केकड़ी मार्ग जाम कर दिया। भीड़ ने एंबुलेंस, पुलिस वाहन तथा रोडवेज बस को क्षतिग्रस्त कर दिया। एक कार में आग लगा दी। घटना के बाद पूरे इलाके को छावनी में तबदील कर दिया गया था।
हिंदु संगठनों ने तिरंगा यात्रा निकालने का लिया फैसला
मालपुरा में कांवड़ियों पर हुए हमले की घटना ने शुक्रवार को एक बार फिर तूल पकड़ लिया। हिन्दु संगठनों ने एकजुट होकर तिरंगा यात्रा निकालने का फैसला किया। इस दौरान सांसद सुखबीर जौनापुरिया और विधायक कन्हैय्या लाल भी मौके पर पहुंच गया। उन्होंने तिरगा यात्रा निकालने के लिए आमजन से समर्थन मांगा। इस बीच माणक चौक पर हिंसा भड़क गई। हिंसा भड़कने पर पुलिस ने लाठीचार्ज कर दिया और भीड़ को रोकने के लिए आंसू गैस का भी प्रयोग किया। प्रशासन ने इंटरनेट भी बंद कर दिया गया। प्रशासन के अनुसार लगातार अफवाहों का दौर चल रहा था, इस कारण नेट बंद करना पड़ा।
पुलिस ने कहा अफवाहों न दे ध्यान
पुलिस अधीक्षक योगेश दाधीच ने आम लोगो से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। साथ ही कहा है कि अभी लोग अपने घरों से न निकलें। गौरतलब है कि गुरुवार को मालपुरा में एक समाज विशेष के लोगों ने कांवड़ यात्रियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा था। हमले में एक दर्जन कांवड़िये घायल हो गए थे।
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