राजस्थान न्यूज़ के लिए
नोटिफिकेशन ऑन करें  
Oneindia App Download

Raksha Bandhan : बहनों ने शहीद भाइयों की प्रतिमा की कलाई पर बांधी राखी, भर आई सबकी आंखें

Google Oneindia News

सीकर। भाई-बहन के अटूट प्रेम का पर्व रक्षाबंधन 3 अगस्त 2020 को देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है। बहनें अपने भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उनकी लम्बी उम्र की कामना कर रही हैं। देश को सर्वाधिक फौजी देने वाले राजस्थान के शेखावटी अंचल में शहीदों को भी उनकी बहनों ने राखी बांधी है। ये भाई भले ही इस दुनिया में नहीं हैं, मगर इन बहनों के लिए शहीद भाई अमर हैं। सोमवार सुबह बहनें शहीद भाइयों की प्रतिमा स्थल पहुंची और प्रतिमा की कलाई पर राखी बांधी।

Recommended Video

Raksha Bandhan 2020 : बहनों ने Martyred Brothers की प्रतिमा की कलाई पर बांधी राखी | वनइंडिया हिंदी
हमारे भाई अमर हैं, हमेशा जिंदा रहेंगे

हमारे भाई अमर हैं, हमेशा जिंदा रहेंगे

शहीदों की इन बहनों भगवती व कमला आदि का कहना है कि उनके भाई ने देश रक्षा के लिए और करोड़ों बहनों की रक्षा के लिए अपने प्राणों की आहुति दी है। ऐसे में उनका भाई अमर है। उनके लिए वो आज भी जिंदा हैं और वह हमेशा ही जिंदा रहेंगे। इसलिए वे हर राखी पर गांव आकर शहीद की प्रतिमा की कलाई पर राखी बांधकर उन्हें याद करती हैं।

 भाई की बातें याद कर आंखें होतीं नम

भाई की बातें याद कर आंखें होतीं नम

साथ ही सरहद पर तैनात फौजी भाइयों की सलामती की दुआ भी करती हैं। भाई की बातें याद कर इन बहनों की आंखें जरूर नम हो जाती है, लेकिन फिर भी गर्व से यह कहती हैं कि हम उन्हें इस बात का गर्व है कि वह शहीद की बहन है। उस शहीद की जिसने देश की रक्षा के लिए प्राणों का बलिदान दिया।

 सीकर के गांव भैंरूपुरा पहुंची बहन

सीकर के गांव भैंरूपुरा पहुंची बहन

राजस्थान के सीकर के गांव भैंरूपुरा के शहीद महेश कुमार की बहनें अपने ससुराल से भैंरूपुरा पहुंचकर हर साल रक्षाबंधन पर अपने भाई शहीद भाई महेश की प्रतिमा की कलाई पर राखी बांधकर रक्षाबंधन मनाती है।

 शेखावाटी में खूब हैं शहीद प्रतिमाएं

शेखावाटी में खूब हैं शहीद प्रतिमाएं

इतना ही नहीं गांव की अन्य बहनें भी यहां आकर शहीद की कलाई पर राखी बांधी। भैंरूपुरा ही नहीं बल्कि शेखावाटी के सीकर, चूरू व झुंझुनूं जिले में रक्षाबंधन के दिन शहीदों की प्रतिमा पर बहनें शहीद की प्रतिमा पर रक्षासूत्र बांधकर अपने शहीद भाई की याद कर रही हैं। फौजी भाइयों की सलामती की दुआ कर रही हैं।

मोहसिन खान : 22 साल के शहीद बेटे को ईद के दिन अंतिम विदाई, कुछ दिन पहले हुई थी सगाईमोहसिन खान : 22 साल के शहीद बेटे को ईद के दिन अंतिम विदाई, कुछ दिन पहले हुई थी सगाई

Comments
English summary
Sikar Sisters of Martyred Jawans Celebrating Raksha Bandhan
देश-दुनिया की ताज़ा ख़बरों से अपडेट रहने के लिए Oneindia Hindi के फेसबुक पेज को लाइक करें
For Daily Alerts
तुरंत पाएं न्यूज अपडेट
Enable
x
Notification Settings X
Time Settings
Done
Clear Notification X
Do you want to clear all the notifications from your inbox?
Settings X
X