SIKAR : शहीद महेश कुमार को अंतिम विदाई देने उमड़ा जनसैलाब, कोई नहीं रोक सका आंसू
Sikar News , सीकर। श्रीनगर के अरपाल इलाके में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए राजस्थान के सीकर के लापुवा गांव के लाड़ले महेश कुमार मीणा का बुधवार को पूरे राजकीय सम्मान के साथ उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया गया। शहीद महेश कुमार की शहादत यात्रा को नमन करने हजारों लोग उमड़े और नम आंखों से अंतिम विदाई दी।
बेटे हर्षित ने शहीद महेश कुमार की चिता को मुखाग्नि दी। शहीद महेश कुमार की पार्थिव देह बुधवार सुबह रींगस से घर के लिए रवाना हुई तो हजारों लोग सड़कों पर उतर गए और अपने लाड़ले शहीद महेश कुमार की शहादत को पुष्पांजलि अर्पित कर नमन किया। रींगस पुलिस थाने से गांव लाम्पुआ तक करीब नौ किलोमीटर में दोनों ओर सड़कों पर स्कूली बच्चे तो बच्चे बुजुर्ग, महिला और पुरुष और युवा इस कदर उमड़े और अपने लाडले को श्रद्धांजलि दी।
ये भी रहे मौजूद
शहीद के अंतिम संस्कार में sikar mp सुमेधानंद सरस्वती, शिक्षा मंत्री गोविंद डोटासरा, खंडेला विधायक महादेव सिंह खंडेला, पूर्व मंत्री बंशीधर बाजिया, पूर्व प्रधान विजय पाल, रामदेव खोखर सहित जिला कलेक्टर नरेश ठकराल, एसपी डॉ अमनदीप सिंह कपूर व सीआरपीएफ के डीआईजी जगदीश मीणा भी शामिल हुए। शहीद महेश के पार्थिव देह पर पुष्प चक्र अर्पित कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। सभी ने शहीद महेश कुमार के शहादत को देश के लिए गौरव बताया।
Shaheed Mahesh Kumar Meena के नाम पर होगा स्कूल
शिक्षा मंत्री ने डोटासरा ने बताया कि सरकार की ओर से तमाम सुविधाएं और पैकेज शहीद परिवार को दिया जाएगा। इसके अलावा गांव के स्कूल का नामकरण शहीद महेश कुमार के नाम से किया जाएगा। वहीं महादेव सिंह खंडेला ने चार लाख रुपए प्रतिमा लगाने के लिए घोषणा की।
Sikar के गांव लापुवा में नहीं जले चूल्हे
शहीद महेश कुमार का सहादत यात्रा जैसे ही Reengus से उनके पैतृक गांव लापुवा के लिए निकली तो लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। हर किसी की आंखें नम थीं और अपने लाड़ले को शहादत को नमन कर रही थीं। जैसे ही शहीद महेश कुमार की पार्थिव देह उनके घर पहुंचा तो परिवारजनों का रो-रो कर बुरा हाल हो गया। पूरे गांव चूल्हे तक नहीं जले।
Rajasthan शहीद महेश कुमार जिंदाबाद...
शहादत यात्रा में लोगों ने शहीद महेश कुमार जिंदाबाद, भारत माता के जयकारे और पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे लगाए गए। शहीद महेश कुमार को सीआरपीएफ की टुकड़ी व पुलिस की टुकड़ी ने गार्ड ऑफ ऑनर दिया। जनप्रतिनिधियों व लोगों ने पुष्प चक्र अर्पित किए शहीद के पुत्र हर्षित ने चिता को मुखाग्नि दी। शहीद को सभी ने अंतिम विदाई दी और संकल्प लिया की शहीद की पुण्यतिथि और जयंती पर मेले का आयोजन करेंगे और रक्तदान शिविर भी लगाएंगे।