SIKAR : हिन्दू भाइयों ने मुस्लिम बहन के भरा भात, एक साथ गूंजे दोनों मजहब के लोकगीत
सीकर। राजस्थान के सीकर में हिन्दू भाइयों ने मुस्लिम बहन के भात (मायरा) भरा है। सोमवार को सीकर जिले की भावजी की ढाणी निवासी डोटासरा जाट परिवार गांव सबलपुरा स्थित बहन आबिदा के घर मायरा लेकर पहुंचा तो साम्प्रदायिक सौहार्द की मिसाल कायम हो गई। इस मौके पर दोनों समुदाय के साथ गूंजे लोकगीतों ने हिन्दू-मुस्लिम के रिश्तों में मिठास घोल दी।
बता दें कि हिन्दू मुस्लिम के इस पारिवारिक रिश्ते की शुरुआत वर्ष 2001 में हुई थी, जो आज भी कायम है। मुस्लिम महिला का हिन्दू परिवार से बेटी का रिश्ता जोड़ने वाले राजस्थान के सीकर जिले के फतेहपुर उपखंड के गांव भावजी की ढाणी निवासी भगवानाराम अब इस दुनिया में नहीं हैं, मगर उनके बेटे महेन्द्र डोटासरा व मूलचन्द्र डोटासरा इस अनूठे रिश्ते की डोर को मजबूत बनाए हुए हैं। वहीं, बहन आबिदा भी रक्षाबंधन पर अपने इन हिन्दू भाइयों की कलाई पर रक्षासूत्र बांधकर उनकी लम्बी उम्र की कामना करना कभी नहीं भूलती।
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जानकारी के अनुसार भगवानाराम के बेटी नहीं होने पर 18 वर्ष पहले उन्होंने अपने दोस्त के बेटे की बहू को बेटी बना लिया था। इसके बाद भगवानाराम का तो निधन हो गया, लेकिन उनके बेटे मूलचन्द्र डोटासरा व महेन्द्र डोटासरा इस रिश्ते को आगे तक ले जा रहे हैं। इसी सिलसिले में उन्होंने बहन आबिदा के मायरा भरकर मिसाल कायम की।
सीकर जिला मुख्यालय के पास स्थित सबलपुरा गांव की रहने वाली आबिदा का ससुराल भावजी की ढाणी ही है, लेकिन उसका परिवार अब सीकर में बस गया। आबिदा के बेटे की शादी है। सोमवार को भाईयों ने आबिदा के घर जाकर भात भरा। इस दौरान भाइयों ने मायरा में 51 हजार रुपए व अन्य सामान देकर अपना फर्ज अदा किया।