पत्नी सह नहीं पाई पति से जुदाई, पति की मौत की खबर मिलते ही छोड़ दी दुनिया, दोनों का एक साथ दाह संस्कार
पति की मौत की खबर सुनते ही पत्नी ने भी छोड़ी दुनिया, दोनों का एक ही चिता पर हुआ दाह संस्कार
नई दिल्ली। वह पति से जुदाई सह नहीं पाई। पति की मौत की खबर मिलते ही पत्नी के सासों की डोर भी टूट गई। दोनों ने महज 3 घंटे के अंतराल में ही दुनिया छोड़ दी। दोनों घर से एक साथ अंतिम सफर के लिए विदा हुए और एक ही चिता पर उनका दाह संस्कार किया गया है।
बीकानेर ले जाते समय रास्ते में हुई मौत
मामला राजस्थान के चूरू की तारानगर तहसील के गांव ढाणी कुम्हारान का है। यहां के रामचन्द्र गुरी के 6 जून को ब्रेन हैमरेज हो गया था। परिजन उन्हें स्थानीय अस्पताल ले गए। वहां से चूरू के डेडराज भरतीया अस्पताल लाए। यहां प्राथमिक उपचार के देने के बाद रामचन्द्र को बीकानेर के पीबीएम अस्पताल में रैफर कर दिया।
अपराह्न तीन बजे परिजन उन्हें बीकानेर ले जा रहे थे। तब बीकानेर से बीस किलोमीटर पहले ही रास्ते में उन्होंने दम तोड़ दिया। परिजनों ने रामचन्द्र (74) के निधन की सूचना ढाणी कुम्हारान में घर पर दी और शव लेकर रवाना हो गए। हालांकि रामचन्द्र की मौत के बारे में उनकी पत्नी लिछमा देवी (72) को नहीं बताया गया। वह किसी अनहोनी की आशंका में हर किसी से पति के हाल जानना चाह रही थी। शाम को पति का शव घर पहुंचा तो लिछमा को उनकी मौत के बारे में पता चला। थोड़ी देर बाद ही शाम 6 बजे लिछमा की तबीयत अचानक बिगड़ गई। परिजन उन्हें लेकर तारानगर के सरकारी अस्पताल में लेकर गए, जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया।
बेटे सूरत में करते हैं नौकरी
रामचन्द्र और लिछमा के बेटे राजू व मोहर सिंह सूरत में रहते हैं। पहले उन्हें पिता की मौत की सूचना दी गई तो वहां से रवाना हो गए। थोड़ी देर बाद ही पता चला कि मां ने भी दुनिया छोड़ दी। बेटों के सूरत से आने के बाद 7 जून को दाह संस्कार किया गया।
गांव में पहला मामला
मृतक दम्पती के बेटे मोहर सिंह ने बताया कि उनके माता-पिता एक साथ दुनिया से विदा हो गए। गांव और आस-पास के क्षेत्र में यह पहला मामला है। कई बुजुर्ग बता रहे हैं कि उन्होंने हादसे में तो पति पत्नी की एक साथ मौत के कई मामले देखे हैं, मगर पति की मौत की सूचना पाकर पत्नी की भी मौत हो जाने का मामला पहला है।