राजस्थान: मतदान के दौरान नहीं ले सकेंगे सेल्फी, गड़बड़ी होने पर भेजें वीडियो, होगी सख्त कार्रवाई
जयपुर। अक्सर आपने लोगों को चुनावों के वक्त वोटिंग मशीन के सामने मतदान करते समय सेल्फी लेते देखा होगा। नियम अब सख्त होने वाले हैं। किसी भी चुनाव में मतदान केंद्र में मतदान के दौरान कोई भी सेल्फी नहीं ले सकेगा। साथ ही यदि कोई भी व्यक्ति मतदान के दौरान किसी भी गड़बड़ी का वीडियो भेजता है, तो 24 घंटे के भीतर सख्त कार्रवाई हो जाएगी।
कांग्रेस, कुछ समाजिक संगठनों व गैर सरकारी संस्थाओं के द्वारा राजस्थान में 40 लाख से अधिक फर्जी मतदाताओं के आरोप के बीच मुख्य निर्वाचन आयुक्त प्रकाश रावत ने पत्रकारों से बातचीत की। उन्होंने कहा मतदान के दौरान सेल्फी पर भी प्रतिबंध रहेगा। उन्होंने कहा कि सिटिजन विजिलेंट व्यवस्था भी पहली बार लागू की जा रही है, जिसके जरिए कोई व्यक्ति किसी भी तरह की गड़बड़ी का वीडियो डाउनलोड करेगा, तो उस पर 24 घंटे के भीतर सख्त कार्रवाई होगी। साथ ही, शिकायतकर्ता चाहे तो उसका नाम भी गुप्त रखा जाएगा। उन्होंने कहा कि देश में पहली बार अगले विधानसभा चुनावों में वीवीपेट और इवीएम एमथ्री मशीनों से मतदान करवाए जाएंगे। इन मशीनों में किसी भी तरह से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती। उन्होंने राजनीतिक पार्टियों की बैलेट पेपर के जरिए मतदान करवाने की मांग को भी खारिज किया किया।
रावत ने कहा कि चुनाव आयोग ने राजनीतिक दलों को मशीनों में छेड़छाड़ कर गड़बड़ी साबित करने का दो बार मौका दिया। लेकिन कोई आया ही नहीं। उन्होंने कहा कि सभी मशीनें अच्छी तरह से जांच ली गई हैं। निष्पक्ष और पारदर्शी चुनाव के लिए अत्याधुनिक मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है। जिनमें किसी भी तरह की छेड़छाड़ की शंका है ही नहीं। फर्जी मतदाता या दोहरा मतदान करने की गुंजाइश लगभग न के बराबर है। यदि फिर भी ऐसी कोई घटना सामने आएगी, तो इस संबंध में सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रदेश के सभी अधिकारी पूरी तरह निडर और निष्पक्ष रूप से काम करें, यदि किसी भी तरह की पक्षपातपूर्ण कार्रवाई की शिकायत आई, तो आरोपी अधिकारियों या कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
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