राजस्थान के परवेज काठात उरी बॉर्डर पर PAK फायरिंग में शहीद, फौजियों की खान है यह मुस्लिम परिवार
Rajsamand News, राजसमंद। रणबांकुअरों की धरती राजस्थान के एक और बहादुर फौजी ने देश की रक्षा करते हुए प्राण न्योछावर कर दिए। राजस्थान के राजसमंद जिले के फौजी परवेज काठात शहीद हो गए हैं। इनसे पहले बीते शनिवार को राजस्थान के ही नागौर जिले के मकराना के गांव जूसरी निवासी 21 वर्षीय हरि भाकर ने शहादत दी थी।
अब शहीद हुए परवेज काठात राजसमंद के भीम तहसील के गांव शेखावास के रहने वाले थे। राजसमंद जिला कलेक्टर अरविन्द पोसवाल के अनुसार शहीद परवेज काठात के जम्मू कश्मीर के उरी में पाकिस्तान की ओर से की गई गोलीबारी में शहीद होने की सूचना मिली है। उनकी पार्थिव देह शुक्रवार का घर पहुंच सकती है।
पहली ही पोस्टिंग में वतन पर कुर्बान हुए राजस्थान के हरि भाकर, बहन की शादी करके आए थे बॉर्डर पर
Shaheed Parvez Kathat Rajsamand Rajasthan
बता दें कि जम्मू कश्मीर के पुलवामा में सीआरपीएफ के काफिले पर हुए हमले के बाद से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव है। पाक अपनी नापाक हरकतों से बाज नहीं आ रहा और सीमा पार से सीज फायर का उल्लंघन कर फायरिंग कर रहा है। पाक फायरिंग का ही मुंहतोड़ जवाब देते हुए राजसमंद के जाबांज बेटा परवेज काठात शहीद हो गया।
जानिए कौन हैं शहीद परवेज काठात
परवेज काठात का जन्म 7 जनवरी 1990 को शेखावास गांव के मांगू काठात के घर हुआ। परवेज बचपन से ही भारतीय सेना में जाकर दुश्मनों को मुंह तोड़ जवाब देने का ख्वाब देखा करते थे। 16 नवम्बर 2009 को परवेज काठात भारतीय सेना की 5 ग्रेनेडियर में भर्ती हुए। इनके 1 बेटे एवं 1 बेटी है।
वीरासत में मिली फौज ज्वाइन करने की सीख
शहीद परवेज का परिवार फौजियों की खान है। इनके पिता मांगू काठात भी 05 ग्रेनेडियर में हलवदार के पद से रिटायर हो चुके हैं। शहीद परवेज के बड़े भाई इकबाल काठात 16 ग्रेनेडियर में तैनात हैं। वहीं शहीद परवेज के चाचा लतीफ भी भारतीय सेना की 05 ग्रेनेडियर में सेवारत हैं। उरी में शेखावास के लाल के शहीद होने की सूचना मिलने पर गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
पहले पुलवामा और अब उरी में दी शहादत, दो माह में दो बेटे हुए शहीद, सब कर रहे इस जगह को सैल्यूट