Rajasthan Twins Admit Card के अभाव में नहीं दे सके JEE-Mains Exam, फॉर्म की डिटेल संदेहास्पद
इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के इच्छुक दो बच्चों को जेईई-मेन्स की परीक्षा देने का मौका नहीं मिलेगा। रिपोर्ट के मुताबिक फॉर्म में संदेहजनक डिटेल के कारण दोनों के एडमिट कार्ड नहीं जारी किए गए हैं।
Rajasthan Twins Admit Card के अभाव में जेईई-मेन्स परीक्षा नहीं दे सकेंगे। नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) की तरफ से राजस्थान के जुड़वा बच्चों को प्रवेश पत्र 'संदिग्ध क्रेडेंशियल्स' के कारण नहीं निर्गत किया गया है। जुड़वा बच्चों को बिना परीक्षा दिए जयपुर से कोटा लौटना पड़ा। दोनों भरतपुर के आदित्य शर्मा और अनुराग शर्मा के रूप में पहचाने गए।
25 जनवरी को देनी थी परीक्षा, लेकिन...
जेईई-मेन्स परीक्षा से चूके बच्चों के मामले में एनडीटीवी की रिपोर्ट में कहा गया कि दोनों इस सप्ताह के शुरू में ही अपने-अपने जेईई-मेन्स की परीक्षाओं में अपीयर होने वाले थे। बच्चों ने शनिवार को आरोप लगाया कि वे परीक्षा में चूक गए क्योंकि NTA ने फॉर्म में भरे गए विवरण को "संदिग्ध डिटेल" करार दिया और उनके एडमिट कार्ड रोक दिए गए। दोनों भाइयों ने दावा किया कि वे 25 जनवरी को जयपुर में एक आवंटित परीक्षा केंद्र पर परीक्षा देने वाले थे, लेकिन उन्हें प्रवेश पत्र नहीं दिया गया।
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IFS अधिकारी हैं दोनों बच्चों के पिता
दोनों बच्चों के पिता जिग्नेश शर्मा एक IFS अधिकारी हैं। खबर में उनके हवाले से बताया गया कि उनके जुड़वा बेटों ने अन्य विवरणों के साथ जुड़वा होने की घोषणा की थी, जिसके बाद ही दोनों को अपने नामांकन संख्या के साथ पुष्टि (confirmation) भी प्राप्त हुई। जुड़वा बच्चों को मां के साथ जयपुर जाना था, लेकिन दोनों परीक्षा से दो दिन पहले 23 जनवरी को NTA की वेबसाइट से प्रवेश पत्र डाउनलोड नहीं कर सके।
NTA ने मांगा स्पष्टीकरण
दोनों के पिता ने आरोप लगाया कि संदिग्ध साख के आधार पर NTA ने आखिरी मिनट में इनकार कर दिया। इससे भाइयों की परीक्षा के लिए साल भर की तैयारी पर पानी फिर गया। उन्होंने दावा किया कि दोनों भाइयों को 23 जनवरी को एनटीए से अलग-अलग ई-मेल प्राप्त हुए। इसमें यह सूचित किया गया कि उनके प्रवेश पत्र रोक दिए गए हैं और दोनों को स्पष्टीकरण देने के लिए कहा गया है।
ई-मेल पर NTA की तरफ से कोई जवाब नहीं
पिता ने यह भी दावा किया कि उन्होंने कई बार ट्वीट किया और उनके बेटों ने एनटीए के हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल किया लेकिन कोई जवाब नहीं आया। उन्होंने कहा, ईमेल पर दस्तावेजों के साथ तुरंत स्पष्टीकरण भेजा गया लेकिन इसके बावजूद, दोनों बच्चों को अभी तक NTA की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।"
NTA छात्रों के भविष्य के प्रति लापरवाह
दोनों बच्चों में एक अनुराग शर्मा ने समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार कहा, "यह काफी आश्चर्यजनक है कि NTA छात्रों के भविष्य के प्रति इतना लापरवाह कैसे हो सकता है।" उन्होंने कहा, अंतिम क्षण में एडमिट कार्ड का आवंटन न होने से परीक्षा के लिए साल भर की तैयारी और परीक्षा देने की मानसिकता के साथ विकसित अध्ययन की गति पूरी तरह से खराब और विचलित हो गई है। पिता की तरह उन्होंने भी दावा किया कि NTA की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
बच्चों के साथ PG में रह रही हैं मां
उन्होंने आरोप लगाया कि 29 जनवरी को परीक्षा देने वाले कुछ अन्य उम्मीदवारों को अभी तक (28 जनवरी तक) एडमिट कार्ड नहीं मिले हैं। बकौल अनुराग, यह मेरी कल्पना से परे है कि NTA इस तरह से भावनाओं और युवाओं के भविष्य के साथ कैसे खिलवाड़ कर सकता है ? परीक्षा से एक दिन पहले तक एडमिट कार्ड नहीं मिले हैं, जबकि उनके परीक्षा केंद्र घरों से 300-500 किलोमीटर दूर आवंटित किए गए हैं। खबर के मुताबिक जुड़वा बच्चों को 25 जनवरी को बिना परीक्षा दिए जयपुर से कोटा लौटना पड़ा और दोनों अपनी मां मोनाली शर्मा के साथ एक पेइंग गेस्ट (पीजी) में रह रहे हैं। दोनों की मां एक गृहिणी हैं।