Pulwama Attack : मरुधरा के 5 सपूत शहीद, एक जवान ने शहादत से पहले VIDEO के जरिये कही थी बड़ी बात
Jaipur News, जयपुर। जम्मू कश्मीर के पुलवामा ने 14 फरवरी 2019 को हुए अब तक के सबसे बड़े (Pulwama Terror Attack) आतंकी हमले में देश के 44 जवान शहीद हो गए। CRPF के काफिले पर किए गए इस आत्मघाती हमले में शहीद होने वाले जवानों में राजस्थान (Rajasthan) के भी पांच सपूत शामिल हैं। पुलवामा हमले के बाद देशभर के साथ-साथ पूरे राजस्थान का भी खून खौल उठा है। राजधानी जयपुर के युवा तो आधी रात को ही आतंक के खिलाफ सड़कों पर उतर आए थे। वहीं शहीदों के परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है। हर कोई शहीद परिजनों को ढांढ़स बंधाने उनके घर पहुंचा है।
राजस्थान के शहीद जवान
1.
रोहिताश
लाम्बा,
जयपुर
2.
भागीरथ,
धौलपुर
3.
नारायण
लाल
गुर्जर,
राजसमंद
4.
जीतराम
गुर्जर,
भरतपुर
5.
हेमराज
मीणा,
कोटा
Shaheed Bhagirath Dholpur : पिता से किया था जल्द वापसी का वादा
पुलवामा हमले में शहीद हुए भागीरथ राजस्थान के धौलपुर जिले के दिहौली थाना इलाके के गांव जैतपुर के रहने वाले थे। छह साल पहले CRPF की 45वीं बटालियन में भर्ती हुए भागीरथ इन दिनों छुट्टियों पर घर आए हुए थे। दो दिन पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। इस दौरान उन्होंने पिता परसराम से वादा किया था कि जल्द सकुशल वापस लौटेगा, मगर गुरुवार शाम को उनकी शहादत की खबर आ गई। भागीरथ की शादी चार साल पहले यूपी के पिनाहट के गांव मल्लपुरा निवासी रंजना के साथ हुई थी। इनका बेटा विनय तीन साल व बेटी शिवांगी डेढ़ साल की है।
Shaheed Hemraj Meena Kota : घर पर पत्नी ने दिखाई हिम्मत
शहीद हेमराज मीणा कोटा जिले के सांगोद जिले के गांव विनोद खुर्द के रहने वाले थे। इनकी पत्नी व बच्चे सांगोद की सेन कॉलोनी में रहते हैं। यहां पर तीन साल पहले हेमराज ने नया मकान बनाया था। हेमराज के बड़े भाई रामविलास मीणा के अनुसार रात करीब दस बजे हेमराज की पत्नी मधु के पास फोन आया, जिसमें उन्हें शहादत की जानकारी मिली, मगर रात अधिक हो जाने के कारण बच्चे सोने वाले थे। ऐसे में मधु ने हिम्मत दिखाई और घर के किसी सदस्य को हेमराज के शहीद हो जाने के बारे में नहीं बताया। उन्होंने रामविलास को गांव से सांगोद बुलाया और पूरी जानकारी दी। इसके बाद लोगों को जैसे-तैसे शहादत का पता चला वे उनके घर ढांढ़स बंधाने पहुंचने लगे। पांच भाई बहनों में दूसरे नम्बर के हेमराज के बेटी रीना, टीना, बेटा अजय और ऋषभ है। बड़ी बेटी रीना 17 साल की है।
Shaheed jeetram gurjar Bharatpur : पूरे गांव को हो रहा शहादत पर गर्व
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद जीतराम गुर्जर भरतपुर जिले की नगर तहसील के गांव सुंदरावली के रहने वाले थे। सीआरपीएफ की 92वीं बटालियन में तैनात जीतराम 12 फरवरी को ही ड्यूटी पर लौटे थे। 28 वर्षीय शहीद जीतराम के भाई विक्रम ने बताया उन्हें देर रात तक तो यकीन ही नहीं हो रहा था कि उनका भाई भी शहीद हो गया। सुबह जम्मू से सीआरपीएफ के अधिकारियों ने फोन पर इसकी जानकारी दी। ग्रामीणों के अनुसार जीतराम बेहद मिलनसार था। वह जब भी गांव आता था तब युवाओं से देशभक्ति की बातें किया करता था। राधेश्याम के बेटे जीतराम की शहादत पर पूरे गांव को गर्व है। जीतराम के दो बेटी हैं। बड़ी बेटी डेढ़ साल और दूसरी बेटी करीब 4 माह की है।
Shaheed Rohitas Lamba Jaipur : सालभर पहले ही हुई थी शादी
पुलवामा आतंकी हमले में शहीद होने वाले सीआरपीएफ के 44 जवानों में जयपुर जिले के अमरसर थाना इलाके के गांव गोविंदपुरा निवासी रोहिताश लाम्बा भी शामिल थे। साथी जवानी जीतराम गुर्जर व भागीरथ की तरह हाल ही छुटटी बिताकर लौटे थे। सालभर पहले ही इनकी शादी हुई थी। दो माह की बेटी है। रोहिताश की शहादत की सूचना पर पूरे गांव में सन्नाटा पसर गया। शुक्रवार सुबह गांव में दुकानें बंद रही और हर कोई शहीद के घर की तरफ परिजनों को ढांढस बंधाने पहुंचा।
Shaheed Narayan Lal Gurjar : शहादत से पहले का वीडियो वायरल
शहीद नारायण लाल गुर्जर राजस्थान के राजसमंद जिले के विनोल गांव के रहने वाले थे। शहादत के बाद नारायण लाल का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है। यह वीडियो उनकी शहादत से पहले बनाया गया था, जिसमें उन्होंने जम्मू कश्मीर में तैनात सुरक्षाकर्मियों का दर्द बयां किया है। वीडियो में नारायण लाल कह रहे हैं कि साथियों में कुछ दिनों से परेशान चल रहा हूं। उसका कारण है कि कुछ लोग मेरा सुख चैन छीनने की कोशिश कर रहे हैं। इसलिए साथियों मैं आप सबसे अनुरोध करूंगा कि जिस तरह से हम उग्रवादियों से जूझ रहे हैं। आप देख सकते हैं कि कैसे हम उग्रवादियों को मौत के घात उतार रहे हैं।