Rajasthan Weather : सीकर में बिछी ओलों की चादर, किसानों में कहीं खुशी कहीं गम, देखें तस्वीरें
सीकर। नए साल 2021 में राजस्थान के मौसम ने करवट ली है। प्रदेश के कई जिलों में समेत शेखावाटी अंचल के सीकर, चूरू और झुंझुनूं जोरदार मावठ हुई है। ओले भी गिरे हैं। चारों तरफ ओलों की चादर बिछ गई। सर्दी में होने वाली बारिश को मावठ कहा जाता है।
किसानों की चिंता बढ़ी
ओलावृष्टि के कारण किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। ओले गिरने से रबी की फसलों को नुकसान हुआ है। वहीं, जिन इलाकों में ओले कम गिरे हैं, वहां की फसलों के लिए यहां मावठ अमृत के समान साबित होगी।
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इन गांवों में बारिश व ओले
सीकर जिले के गांव गौरियां, निमोद, नीमकाथाना समेत कई गांव-कस्बों से अच्छी बारिश व ओले के समाचार मिले हैं। इधर झुंझुनूं और चूरू में मौसम का मिजाज बदला है। यहां पर बारिश व ओलों का दौर चला है। अंचल के गांव बसावा, झाझड़, चूड़ी अजीतगढ़, गोविंदपुरा, मण्डावा , बहादुरवास फूसकानी, किसारी में भी जोरदार बारिश हुई है। यहां भी ओले गिरे हैं। बारिश के बाद सर्दी का असर अचानक बढ़ गया।
क्या फसलों को होगा नुकसान?
झुंझुनूं कृषि विस्तार सहायक निदेशक डॉ. विजय पाल कस्वां बताते हैं कि राजस्थान में चार जनवरी 2021 को हुई मावठ से अभी कोई नुकसान वाली स्थिति नहीं है। जहां कहीं ओले ज्यादा गिरे वहां थोड़ा बहुत नुकसान हो सकता है।
क्या फायदा होगा रबी की फसलों को?
सहायक निदेशक डॉ. विजय पाल कस्वां की मानें तो यह मावठ रबी की फसलों के लिए अमृत के समान है। इससे रबी की सभी फसलों को काफी फायदा होगा। पहला ये कि अब रबी की फसलों की ग्रोथ बढ़ेगी, क्योंकि इस बार सर्दी कम पड़ने के कारण ग्रोथ धीमी गति से हो रही थी। यह बारिश फसलों के लिए यूरिया का भी काम करेगी। इसके अलावा जिन इलाकों में बारिश हुई है अब वहां पाळा पड़ने की संभावना कम हो गई है।
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