PUBG की लत ने अमीर घर के स्कूली बच्चों को बना दिया चोर, दुकान से चुरा लाए 35 मोबाइल
Sriganganagar News in Hindi, श्रीगंगानगर। राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के करणपुर शहर में एक पखवाड़ा पहले मुख्य बाजार से मोबाइल की दुकान में सेंध लगाकर पांच लाख रुपए के मोबाईल चाेरी होने की वारदात का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। वारदात काे चार किशोरों ने अंजाम दिया था।
पूरे मामले में हैरान करने वाली बात यह है कि चोरी की वारदात में निरुद्ध किए गए किशोर स्कूली छात्र हैं। इन स्कूली छात्रों ने महंगे शौक और PUBG गेम खेलने की लत लगने की वजह से चोरी की वारदात को अंजाम दिया है। पुलिस ने कस्बे के नजदीक गंगानगर रोड पर आईटीआई के पास बंद ईंट-भट्टे के खंडहर कमरे में तथा ज्ञान ज्योति कॉलेज के नजदीक थैले में डालकर जमीन में दबाकर रखे हुए चोरी के मोबाइल, सीसीटीवी कैमरे, डीवीआर बरामद कर ली।
पुलिस के सामने युवक ने अफसरों पर तान दी पिस्टल, बोला-'माथे में उतार दूंगा सारी गोली', Video Viral
वहीं चारों किशोरों को पुलिस ने बाल संप्रेषण गृह श्रीगंगानगर में पेश किया, जहां से चारों को बाल सुधार गृह भेज दिया गया है। वारदात में शामिल सभी किशोर संभ्रांत परिवारों के हैं। इनमें से दो किशोरों ने 1 फरवरी को कबाड़ की दुकान से 19 हजार रुपए की चोरी करना स्वीकार किया है। चोरी की वारदात में शामिल सभी चारों किशोर महंगी चीजें खरीदने और पबजी गेम के शौकीन हैं।
ये सभी किशोर चोरी के लिए एक माह से बाजार में मोबाइल व महंगे सामान की दुकानों की रैकी कर रहे थे। तभी एक दिन श्री इलेक्ट्रॉनिक्स की तीसरी मंजिल की खिड़की खुली नजर आई तो इन्होंने चोरी का प्लान तैयार कर लिया। रात को प्लास पेचकस लेकर दुकान पर लगी छतरी व पाइप के सहारे से एक किशोर दुकान के ऊपर के गेट तक पहुंचा और दूसरे ने गेट तक चढ़ने में मदद की। दो किशोर सड़क पर निगरानी करते रहे व बाहर की बिजली बंद कर दी। साथ ही डीवीआर उखाड़ दिया। दुकान में मोबाइल की टच की रोशनी कर के दुकान के गले को खंगाला, जिसमें नकदी नहीं मिली।
इस पर महंगे मोबाइल व अन्य सामान चोरी कर ले गए। वहीं किशोर शरारते करते हुए सात मोबाइल तोड़ दिए। चोरी की वारदात के संबंध में दुकानदार ने 2 मई को पुलिस थाने में अज्ञात चोरों के खिलाफ 35 नए मोबाइल 50 पेन ड्राइव, मेमोरी कार्ड, हेडफोन और डीवीआर सहित लगभग पांच लाख का माल चोरी करने के आरोप में केस दर्ज करवाया था। थानाधिकारी राजकुमार ने बताया कि पुलिस ने चोरी हुए मोबाइल की नंबरों के आधार पर मामले का खुलासा किया। इस बीच एक किशोर ने मोबाइल एक्टिवेट किया तो पुलिस लोकेशन से चोरी करने वालों तक पहुंच गई।