राजस्थान से बाहर पहुंची गुर्जर आंदोलन की 'चिंगारी', मेरठ में रेल पटरियों पर धरना-प्रदर्शन
Meerut, Rajasthan, Sawai madhopur, गुर्जर आंदोलन, राजस्थान, सवाई माधोपुर, मेरठ
Gurjar Andolan, मेरठ/सवाई माधोपुर। पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर राजस्थान में आठ फरवरी से जारी गुर्जर आंदोलन की आग अन्य प्रदेशों में भी फैलने लगी है। राजस्थान के आधे से ज्यादा जिलों में फैले गुर्जर आरक्षण आंदोलन का असर अब उत्तर प्रदेश में भी देखने को मिला है। यूपी के मेरठ के गुर्जरों व अन्य लोगों ने राजस्थान के गुर्जरों का समर्थन करते हुए मंगलवार को रेल रोको आंदोलन के तहत प्रदर्शन किया है।
सपा नेता अतुल प्रधान के नेतृत्व में सैकड़ों समर्थकों ने मेरठ के सकौती टांडा रेलवे स्टेशन पहुंचकर प्रदर्शन किया और रेल पटरियों पर धरना दिया। रेल रोकने का भी प्रयास किया गया। धरनार्थियों ने बताया कि राजस्थान के गुर्जर आंदोलन के समर्थन में यहां पर भी प्रदर्शन किया गया है।
Gurjar Aandolan : राजस्थान सरकार ने लिया बड़ा फैसला, 5वें दिन भी पटरियों पर डटे हैं गुर्जर
सरकार को गुर्जरों को उनका हक प्रदान करना चाहिए। मेरठ के इन प्रदर्शनकारियों ने बताया कि जब तक गुर्जरों को आरक्षण नहीं दिया जाता। तब तक राजस्थान के गुर्जरों की तरह उनका आंदोलन जारी रहेगा। कार्यकर्ताओं ने चेतावनी दी है कि अभी तो वह शांतिपूर्वक प्रदर्शन कर रहे हैं, लेकिन यदि सरकार का यही रुख रहा तो पूरे वेस्ट यूपी में उग्र प्रदर्शन से भी पीछे नहीं हटा जाएगा।
क्या है राजस्थान का गुर्जर आंदोलन
राजस्थान के गुर्जर पिछले 13 साल से आरक्षण की मांग उठाते हैं। इस अवधि के दौरान छह बार आंदोलन किए जा चुके हैं। गुर्जर आरक्षण आंदोलन के चलते 72 लोगों को जान भी गंवानी पड़ी है। छठी का आंदोलन 8 फरवरी से राजस्थान के सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर रेलवे स्टेशन के पास के गांव मकसूदनपुरा से शुरू किया गया है।
बीस दिन पहले राजस्थान के गुर्जरों ने राज्य सरकार को 8 फरवरी की शाम पांच बजे पांच जातियों के पांच फीसदी आरक्षण का नोटिफिकेशन जारी करने का अल्टीमेटम दिया था। जिसके तहत 8 फरवरी को मलारना डूंगर के देवनारायण मंदिर में गुर्जरों ने महापंचायत की और फिर निर्धारित अवधि तक मांग नहीं माने जाने के कारण कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला के नेतृत्व में रेल पटरियों की ओर कूच कर दिया।
इसके बाद से गुर्जर पटरियों पर बैठे हुए हैं। सवाई माधोपुर से शुरू हुआ गुर्जर आंदोलन के छठा संस्करण का असर पूरे राजस्थान में देखा जा रहा है। दिल्ली-मुम्बई के बीच ट्रेनों का संचालन बंद है। वहीं, कई राजमार्ग जाम होने से सड़क परिवहन भी बाधित हो रहा है।