पूरे राजस्थान को खुश करने वाली है टोंक में वर्ष 2020 के लिए हुई यह भविष्यवाणी
टोंक। भविष्यवाणी के मामले में नास्त्रेदमस और बाबा वेन्गा दुनियाभर में फेमस हैं। ऐसी ही पहचान राजस्थान में टोंक जिले के देवली उपखंड के गांव आवां की है। आवां गांव में मकर संक्रांति के मौके पर हर साल दड़ा महोत्सव होता है, जिसमें सालभर के लिए भविष्य की जाती है। आवां की अधिकांश भविष्यवाणी सच होती हैं। राजस्थान के लिए वर्ष 2020 कैसा रहेगा। इसके लिए भी आवां में भविष्यवाणी हुई है, जो पूरे प्रदेश को खुश करने वाली है।
दड़ा महोत्सव में 12 गावों के लोग लेते हैं हिस्सा
बता दें कि टोंक जिले के आवां गांव में बीते सौ साल से दड़ा महोत्सव का आयोजन हो रहा है। इसमें 12 गांव के लोग लेते हैं। यह एक तरह का अनोखा खेल है। इसके लिए करीब 80 किलो वजन का एक फुटबाल नुमा बोरियों के टाट से दड़ा बनाया जाता है। फिर उसे पानी में भिगोया जाता है। 14 जनवरी को उसे गांव आंवा के गोपाल चौक में लाकर रख दिया जाता है।
दो दरवाजे एक का नाम दूनी और दूसरे का अखनिया
बाद में खेलने के लिए आए 12 गाांवों के लोगों की टीम बनाई जाती हैं, जिसमें छह-छह गांव के लोग शामिल होते हैं। टीम बांटने के बाद खेल शुरू हो जाता है। दड़े को लोग अपने पैरों से एक दूसरे की तरफ भेजने का प्रयास करते हैं। खास बात यह है कि खेल मैदान के दो दरवाजे बने हुए हैं। एक नाम का अखनिया और दूसरे का नाम दूनी दरवाजा है।
वर्ष 2020 में राजस्थान में होगी अच्छी बारिश
दड़ा बनाने वाले नारायण सिंह बताते हैं कि खिलाड़ी दड़े को दूनी दरवाजे की तरफ धकेल कर ले जाते हैं तो लोगों में मान्यता है कि उस वर्ष राजस्थान में अकाल नहीं पड़ेगा। मतलब सुकाल होगा और किसानों को फसल की अच्छी पैदावार मिलेगी। दड़ा अखनिया दरवाजे की तरफ चले जाने पर उस साल अकाल पड़ने की आशंका होती है। और अगर दड़ा बीच में ही रह जाता है तब यह माना जाता है कि प्रदेश में मानसून औसत रहेगा।
2020 किसानों के लिए अच्छा रहने की भविष्यवाणी
आवां सरपंच राधेश्याम चंदेल ने बताया कि दड़ा खेल देखने के लिए लोग उमड़ते हैं। आस-पास के मकानों की छतों पर भी चढ़कर खेल देखते हैं। खेल 12 बजे शुरू होकर करीब 3 बजे तक चलता है। इस बार वर्ष 2020 किसानों के लिए अच्छा रहने की भविष्यवाणी हुई है।