अलवर लिंचिंग केस: पहले से घात लगाकर बैठे थे आरोपी, चार्जशीट में और भी अहम खुलासे
अलवर। जुलाई महीने में अलवर में हुई मॉब लिंचिग के मामले में पुलिस ने अपनी चार्जशीट पेश की है। जांच के बाद सामने आई इस चार्जशीट में कई अहम बात सामने आई हैं। चार्जशीट के मुताबिक अलवर जिले के रामगढ़ थाना इलाके के ललावंडी गांव में हुई रकबर खान उर्फ अकबर खान की मॉब लिंचिग की घटना में आरोपी घटनास्थल पर पहले से घात लगाकर बैठे थे। जैसे ही रकबर अपने साथी असलम के साथ वहां से गुजरा तो आरोपियों ने उन पर हमला कर दिया और उसे मौते के घाट उतार दिया।
पुलिस ने इस मामले में धर्मेन्द्र, परमजीत और नरेश कुमार को गिरफ्तार किया था, जबकि विजय फरार है। पुलिस ने पकड़े गए तीनों आरोपियों को अकबर खान की मौत के लिए जिम्मेदार मानते हुए इनके खिलाफ चालान पेश किया है।
अलवर मॉब लिंचिंग मामले में पुलिस की ओर से शुक्रवार को न्यायालय में चार्जशीट पेश की गई। इसमें पुलिस ने बताया है कि 20 जुलाई की रात को आरोपी ललावंडी निवासी धर्मेन्द्र कुमार यादव, परमजीत सिंह, नरेश कुमार और विजय शर्मा योजनाबद्ध तरीके से धर्मेन्द्र यादव के खेत में गए। वे वहां से गुजरने वाले गोतस्करों के पकड़ने के लिए खेत में बैठ गए। इस दौरान रकबर उर्फ अकबर और उसका साथी असलम मेव दो गायों को लेकर अपने गांव की तरफ जा रहे थे। जैसे ही वे खेत में पहुंचे तो वहां पहले से बैठे हुए धर्मेन्द्र व उसके साथियों ने उनको पकड़ लिया। इस दौरान असलम तो किसी तरह से खुद को छुड़ाकर भाग गया लेकिन रकबर वहीं रह गया, जिसकी उन्होंने पिटाई कर डाली।
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