राजस्थान अपहरण के बाद नाबालिग बहनों से गैंगरेप, हाथरस कांड से तुलना पर सीएम ने दिया यह जवाब
बारां। उत्तर प्रदेश के हाथरस गैंगरेप की घटना ने देशभर को झकझोर दिया। हर कोई हाथरस के गुनहगारों को कठोर सजा की मांग कर रहा है। इधर, राजस्थान के बारां जिले की दो लड़कियों के साथ दुषकर्म का मामला सामने आया है।बारां दुष्कर्म की घटना की हाथरस कांड से तुलना किए जाने पर राजस्थान सीएम अशोक गहलोत ने सफाई दी है। सीएम गहलोत का कहना है कि हाथरस में हुई घटना बेहद निंदनीय है। उसकी जितनी निंदा की जाए उतनी कम है, लेकिन दुर्भाग्य से राजस्थान के बारां में हुई घटना को हाथरस की घटना से कम्पेयर किया जा रहा है।
सीएम गहलोत ने कहा कि बारां में बालिकाओं ने स्वयं मजिस्ट्रेट के समक्ष दिए 164 के बयानों में अपने साथ ज्यादती नहीं होने एवं स्वयं की मर्जी से लड़कों के साथ घूमने जाने की बात कही है। बालिकाओं का मेडिकल भी करवाया गया एवं अनुसन्धान में सामने आया कि लड़के भी नाबालिग हैं, जांच आगे भी जारी रहेगी।
घटना होना एक बात है और कार्यवाही होना दूसरी, घटना हुई तो कार्यवाही भी तत्काल हुई। इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से कम्पेयर करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) October 1, 2020
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सीएम गहलोत ने कहा कि घटना होना एक बात है और कार्रवाई होना दूसरी। घटना हुई तो कार्रवाई भी तत्काल हुई। इस केस को मीडिया का एक वर्ग और विपक्ष हाथरस जैसी वीभत्स घटना से कम्पेयर करके प्रदेश और देश की जनता को गुमराह करने का काम कर रहे हैं।
क्या है बारां रेप केस
बारां की दो नाबालिग बहनों का अपहरण करके आरोपी उन्हें कोटा, अजमेर व जयपुर ले गए, जहां उनके साथ गैंगरेप किया गया और पुलिस के सामने कुछ बोलने पर की आरोपियों ने उनको जान से मारने की धमकी दी। बारां महिला पुलिस थानाधिकारी लच्छी राम ने बताया कि लड़कियों के पिता ने रिपोर्ट दी कि वह सुबह चाय बनाने के लिए उठा तो लड़कियां कमरे में नहीं थी। पिता की रिपोर्ट पर चार-पांच लड़कों के खिलाफ मामला दर्ज कर जांच शुरू कर की। लड़की के पिता का आरोप है कि पुलिस ने लड़कियों व लड़कियों को पकड़कर लिया था। इसके बाद लड़कियों को सखी केंद्र भेज दिया जबकि आरोपी लड़कों को छोड़ दिया।