लूट, मर्डर और ड्रग्स तस्करी की आरोपी महिलाओं के साथ जेल में रखी गई हैं पायल रोहतगी, जमानत पर रिहा
राजस्थान की बूंदी जेल में मर्डर-लूट के आरोपियों के साथ बीती अभिनेत्री पायल रोहतगी की रात, जमानत मिली
बूंदी। नेहरू-गांधी परिवार को विवादित टिप्पणी को लेकर फंसी अभिनेत्री पायल रोहतगी की सोमवार की रात राजस्थान की बूंदी सेंट्रल जेल में बीती। बूंदी जेल की बंदी नंबर 2016 बनीं पायल रोहतगी को जेल के महिला बैरक में लूट, मर्डर, तस्करी के बंदियों के साथ रखा गया।
24 दिसम्बर तक के लिए जेल भेजी गई अभिनेत्री पायल रोहतगी के वक़ील भूपेंद्र सहाय सक्सेना के अनुसार पायल की ज़मानत याचिका बूंदी के डीजे कोर्ट में लगाई गई थी। मंगलवार को DJ कोर्ट में इस मामले की सुनवाई के बाद पायल को जमानत मिल गई।
बता दें कि सोमवार को नौ दिन की न्यायिक हिरासत में भेजी गई बॉलीवुड एक्ट्रेस पायल रोहतगी को जेल में सामान्य भोजन खाने को दिया गया और उनको मर्डर, लूट सहित अन्य अपराध में आरोपित महिलाओं के साथ रखा गया। सोमवार दोपहर को एसीजेएम कोर्ट में जमानत याचिका खारिज होने के बाद पायल को बूंदी सेंट्रल जेल भेजा गया था।
जेल में घुसते समय उदास थी पायल
बूंदी सेंट्रल जेल उपाधीक्षक लोकोज्जवल सिंह ने बताया कि पायल रोहतगी को जब जेल लाया गया तो उनके चेहरे पर उदासी थी। पायल को जेल में अपनी पसंद की ड्रेस पहनने की छूट मिली है, क्योंकि अभी वह न्यायिक हिरासत में है और उनके खिलाफ अभी मुकदमा चल रहा है। पायल अपने साथ कपड़े लेकर गई है। महिला वार्ड में पायल को पढ़ने के लिए अखबार मिलेगा और वह वो ही टीवी चैनल देख पाएंगी जिनके लिए जेल प्रशासन की तरफ से अनुमति है।
गांधी परिवार पर पायल रोहतगी ने कही थी यह बात
बता दें कि राजस्थान प्रदेश महासचिव चर्मेश शर्मा ने 2 अक्टूबर 2019 को सदर पुलिस थाने में शिकायत दी कि पायल रोहतगी ने फेसबुक व ट्विटर पर स्वतंत्रता सेनानी मोतीलाल नेहरू की धर्मपत्नी और उनके परिवार पर अश्लील व धर्मविरोधी टिप्पणी की है। इस पर बूंदी पुलिस ने पायल रोहतगी के खिलाफ आईटी एक्ट में मामला दर्ज किया था।
पायल रोहतगी की एफबी पोस्ट
पायल रोहतगी ने 6 दिसम्बर की सुबह अपने फेसबुकपेज पर पोस्ट करके लिखा कि ' सोनिया गांधी और प्रियंका गांधी द्वारा मेरे खिलाफ साजिश की जा रही है, क्योंकि मेरे पास ऑडियो रिकॉर्डिंग है वो मेरी गिरफ़्तारी के लिए राजस्थान सीएम कार्यालय पर दबाव डाल रही हैं। मैंने मोतीलाल नेहरू पर वीडियो एक सोर्स से पढ़कर बनाया था।
मेरे वकील जो इस एफआईआर को समझने की कोशिश कर रहे हैं, वो कानूनी रूप से जो तरीका सही होगा वैसे ही काम करेंगे। परंतु एक बात है कि एफआईआर में पुलिस जो आरोप और धाराएं लगाई हैं वो अलग है और यह एक साज़िश है मेरे ख़िलाफ़। मैं वीर सावरकर को मानती हूं और मुझे लगता है कि माफ़ी मांगने से मैं छोटी नहीं होती क्योंकि यहाँ पर कुछ और ही षड़यंत्र रचा जा रहा है। मैं माफ़ी माँगती हूं सोनिया जी और प्रियंका से क्योंकि उनका कार्यालय मुझे जेल भेजने के चक्कर में है।