पिता ने सवा लाख रुपए की सुपारी देकर करवाई बेटे की हत्या, मर्डर की वजह चौंकाने वाली, VIDEO
सिरोही। राजस्थान के सिरोही जिले के पिंडवाड़ा थाना इलाके के पंकज सुथार हत्याकांड में 19 दिन बाद बड़ा खुलासा हुआ है। पिता ने सुपारी देकर बेटे की हत्या करवाई थी। पुलिस ने मृतक पंकज सुथार के पिता प्रवीण सुथार सहित पांच आरोपियों को हत्या के आरोप में गिरफ्तार किया है।
पिता-पुत्र में चल रही थी अनबन
सिरोही जिले की पिंडवाड़ा पुलिस के अनुसार पंकज सुथार और उसके पिता प्रवीण सुथार में कई दिन से अनबन चल रही थी। दोनों के बीच कई बार कहासुनी हो चुकी थी। बेटे ने पिता की गिरेबान तक पकड़ ली थी। इस बात से नाराज होकर पिता प्रवीण सुथार ने बेटे को मारने की योजना बनाई और बेटे की हत्या के लिए पांच लोगों को एक लाख पच्चीस हज़ार रुपयों की सुपारी दी।
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लोगों ने किया था धरना प्रदर्शन
बता दें कि 21 जनवरी की शाम को जनापुर चौराहे से आगे सिंगाफली थाना रोहिड़ा इलाके में पंकज सुथार की अधजली अवस्था में लाश मिली थी। वारदात के विरोध में कस्बा पिण्डवाडा व आस-पास के गांवों के लोगों ने 23 जनवरी व 09 फरवरी को पुलिस थाना पिंडवाड़ा के बाहर धरना प्रदर्शन भी किया था।
एसपी ने बनाई पुलिस टीम
मामले के खुलासे के लिए सिरोही एसपी कल्याणमल मीणा ने पिंडवाडा थानाधिकारी सुमेरसिंह के नेतृत्व में कई टीमें गठित की। पुलिस टीम ने गुप्त सूचनाओं के आधार कई जगहों पर दबिश देकर आरोपियों को गिरफ्तार किया। पुलिस जांच में पता चला कि पंकज के पिता प्रवीण सुथार की कांतिलाल माली निवासी रोहिड़ा से 18 जनवरी मुलाकात हुई।
इन आरोपियों ने दिया वारदात को अंजाम
तब दोनों ने पंकज की हत्या की योजना बनाई। सौदा सवा एक लाख रुपए में तय हुआ। फिर योजना में पप्पूराम गरासिया निवासी रतोडा की फली पाबा थाना रोहिड़ा, शंभूराम गरासीया निवासी उपलागढ़ थाना आबूरोड सदर, नोकाराम गरासीया निवासी सरीयाफली पाबा थाना रोहिड़ा, रमेश गरासिया पाबा थाना रोहिड़ा को भी शामिल कर लिया।
जीप में बैठाकर ले गए पंकज को
योजनानुसार अनुसार 21 जनवरी की शाम 6.30 बजे जब पंकज एमआर ट्रेवल्स की बस से जनापुर चौराहे पर उतरा तो प्रवीण ने कांतिलाल व अन्य चारों आरोपियों को फोन करके बुलाया। आरोपियों के पास जीप थी। प्रवीण ने योजनानुसार आरोपियों को जीप के अंदर अपने बेटे को बैठने को कहा। खुद प्रवीण आगे की सीट पर बैठ गया। पंकज पीछे की सीट पर बैठा। फिर वे जीप लेकर उदयपुर हाईवे की ओर रवाना हो गए।
सीट पर रखे 50 हजार रुपए
जहां काटल रोड पर प्रवीण सुथार रास्ते में ही उतर गया। सीट पर 50 हजार रुपए रखकर कांतिलाल को बोला कि इसको मार देना बचना नहीं चाहिए। अगर बच गया तो यह मुझे मरवा देगा। इतना कहकर वह जीप से नीचे उतर गया। फिर कांतिलाल व चारों आरोपियों ने मफलर से गला घोंट कर पंकज की हत्या कर दी और शव वालोरिया की तरफ सड़क के किनारे डालकर अपने साथ लाए पेट्रोल से आग लगा दी। फिर वहां से चले गए।