राजस्थान के MLA ओमप्रकाश हुडला हमेशा साथ रखते हैं पिता की जूतियां, जानिए वजह
दौसा। ये हैं ओम प्रकाश हुडला। राजस्थान के दौसा जिले के महवा से विधायक हैं। इनकी जो एक खास बात इन्हें प्रदेश के सभी 200 विधायकों में सबसे जुदा बनाती है। वो यह है कि ये हमेशा अपने साथ पिता की जूतियां रखते हैं। यह इत्तेफाक नहीं बल्कि खुद विधायक ओमप्रकाश हुडला मानते हैं कि पिता की जूतियां उनके साथ हमेशा पिता के आशीर्वाद की तरह हैं। चाहे घर हो। गाड़ी हो या कोई सार्वजनिक कार्यक्रम इन्हें अक्सर पिता की जूतियों के साथ देखा जा सकता है।
सुबह उठते ही करते हैं नमन
ऐसा ही नहीं है कि विधायक ओमप्रकाश हुडला सिर्फ जूतियों को अपने साथ ही रखते हैं बल्कि उनका सम्मान भी करते हैं। वन इंडिया हिंदी से बातचीत में विधायक हुडला बताते हैं कि उनके दिन की शुरुआत पिता की जूतियों को नमन करने से होती है।
1999 में हुई पिता की मौत
बता दें कि विधायक ओमप्रकाश हुडला के पिता का नाम शिवचरण मीणा था। 15 अगस्त 1947 को जन्मे शिवचरण मीणा का मई 1999 में निधन हो गया था। किसान पिता की मौत के समय ओमप्रकाश हुडला की उम्र महज 25 साल थी। तब ये कस्टम विभाग में नौकरी किया करते थे। वर्तमान में राजनीति में सक्रिय हैं।
ऐसे शुरू हुआ सिलसिला
विधायक ओमप्रकाश हुडला बताते हैं कि पिता की मौत के समय अंतिम संस्कार के लिए मोक्षधाम जाने लगे तब मैंने पिता की निशानी के तौर पर उनकी जूतियों को छिपा दिया था। मान्यता है कि दुनिया को अलविदा कहने वाले के सामान को परिवार का कोई अन्य सदस्य इस्तेमाल नहीं कर सकता। ऐसे में मैंने पिता की जूतियों को बाद में फोटो में फ्रेम करवा लिया था ताकि ताउम्र पिता के आशीर्वाद के रूप में ये मेरे साथ रह सकें।
कौन हैं ओमप्रकाश हुडला
विधायक ओमप्रकाश हुडला मूलरूप से दौसा जिले के महवा विधानसभा क्षेत्र के गांव हुडला के रहने वाले हैं। पहले कस्टम विभाग में अधिकारी थे। इस्तीफा दे दिया था। उसके बाद राजस्थान विधानसभा 2013 में चुनाव में भाजपा की टिकट पर भाग्य आजमाया और जीतकर संसदीय सचिव भी बने। 2018 के विधानसभा चुनाव में निर्दलीय मैदान में उतरे और फिर जीते।
15 को जून को मनाया जन्मदिन
विधायक ओमप्रकाश हुडला ने 15 जून 2020 को अपना 48वां जन्मदिन मनाया है। इस कार्यक्रम में इन्होंने दिव्यांगों के पंचामृत से चरण धोकर जन्मदिन के अवसर पर आशीर्वाद लिया। फिर दिव्यांगों को मोटराइज्ड स्कूटी वितरित की। इस दौरान कोरोना महामारी के चलते सोशल डिस्टेंसिंग की भी पालना की गई। जन्म दिवस पर पंडित श्याम सुंदर शास्त्री के सानिध्य में यज्ञ हवन पूजन भी करवाया। पिता शिवचरण हुडला की जूतियों के धोक भी लगाई।
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