कमाल की स्टोरी है दोनों युवकों की, एक ने कुछ नया करने के लिए छोड़ा इसरो वैज्ञानिक का पद
श्रीगंगानगर। तस्वीर में दिख रहे दोनों युवा बेहद कमाल के हैं। कुछ नया करने का जज्बा इनमें गजब का है। यही वजह है कि एक युवक ने तो इसरो के वैज्ञानिक का पद तक छोड़ अपनी नई राह चुनी। फिर दोनों ने मिलकर जो नवाचार किया उसके चलते इन्हें 9 नवंबर को कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय की ओर से राष्ट्रीय उद्यमशील पुरस्कार दिया जाएगा।
बता दें कि राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले के श्रीकरणपुर कस्बे के नितिन गुप्ता ने मैकेनिकल इंजीनियरिंग चेन्नई से की। इसके बाद नितिन का चयन इसरो में वैज्ञानिक के पद हुआ, लेकिन पद को छोड़ उन्होंने बंगलुरू से मास्टर ऑफ डिजाइन की डिग्री हासिल की।
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वर्ष 2014 में आंध्र प्रदेश के विनय रेड्डी के साथ मिलकर स्किल इन्नोवेशंस कम्पनी स्थापित की। इसके बाद उनका चयन भारत के प्रमुख बिजनस कॉलेज आईआईएम अहमदाबाद के इन्क्यूबेशन सेंटर में हुआ। यहां अपनी कम्पनी स्टार्टअप इंडिया के तहत रजिस्टर करवाई। नितिन की कपंनी प्रधानमंत्री के नेतृत्व में अमरीका की सिलिकॉन वैली गई, जहां उसे इनोवेटिव कंपनी का अवार्ड मिला।
केसर के किसानों के लिए अत्याधुनिक ड्रायर
नितिन और उनके साथी विनय ने जम्मू-कश्मीर के पाम्पोर इलाके में केसर के किसानों के लिए अत्याधुनिक ड्रायर तैयार किया। इसकी मदद से किसान केसर जल्दी सूखा सकते हैं। वहीं, कम बजट की मैदानी इलाकों में सब्जी उगाने वाले किसानों के लिए एक ऐसी मशीन तैयार की है, जिसमें कैमरे की मदद से हर एक सब्जी की स्कैनिंग होती है। यह मशीन एक घंटे में एक टन सब्जी अलग-अलग ग्रेड में निकाल देती है।