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नागौर। राजस्थान के नागौर जिले के चितावा थाना इलाके के घाटवा में 21 अगस्त को हुई रामाकिशन की हत्या के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने हत्या के आरोप में घाटवा निवासी दीपेंद्र सिंह को गिरफ्तार किया है।
नागौर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता ने बताया कि बीती 10 अगस्त को रामाकिशन नाम के बुजुर्ग का घर में शव मिलने पर सामान्य मौत मानते हुए दत्तक पुत्र नरेंद्र पारीक ने शव का अंतिम संस्कार कर दिया था, लेकिन कुछ दिन बाद रामाकिशन के एटीएम से रुपए विड्रॉल करने की बात सामने आई तो नरेंद्र पारीक ने पुलिस की इसकी जानकारी दी।
दत्तक पुत्र की ओर से दी गई रिपोर्ट के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू की। नागौर जिला पुलिस अधीक्षक श्वेता धनकड़ के निर्देश पर एएसपी संजय गुप्ता और वृत्ताधिकारी मोटाराम बेनीवाल ने मामले के खुलासे के लिए एक विशेष टीम गठित की, जिसमें हेड कांस्टेबल छोटू राम और मदन गोपाल के साथ कांस्टेबल विकास, जगदीश और बृजगोपाल को शामिल कर जांच अधिकारी नावा के थाना प्रभारी धर्मेश दायमा को बनाया गया।
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विशेष टीम ने मामले में तफ्तीश शुरू की। जांच के दौरान यह मामला लूट का होने की बात भी सामने आई। इसके बाद पुलिस ने इलाके के सक्रिय अपराधियों, हिस्ट्रीशीटर और अपराधियों के रिकॉर्ड खंगाले। इसके साथ ही मोबाइल कॉल डिटेल और बैंक से एटीएम विड्रॉल से जुड़ी जानकारी लेकर जांच को आगे बढ़ाया गया। आखिरकार विशेष टीम को कामयाबी मिली और जांच और साक्ष्यों के आधार पर पुलिस ने हत्या के आरोप में घाटवा निवासी दीपेंद्र सिंह को गिरफ्तार करने में कामयाबी हासिल की। हालांकि मामले से जुड़े दो और अन्य अपराधी विशाल सिंह और हिमांशु सिंह अभी तक पुलिस के हाथ नहीं लगे हैं।
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक संजय गुप्ता ने बताया कि दीपेंद्र सिंह से पूछताछ में उसने कबूल किया है कि वह पहले मुंबई में टैक्सी चलाता था और कोरोना कल में उसको गांव आना पड़ा। जहां बेरोजगारी के चलते वह आर्थिक तंगी का शिकार हो गया। इसके बाद उसने अपने दो साथियों के चर्चा की और गांव के रामाकिशन के पास लाखों रुपए होने की संभावना जताते हुए उसकी हत्या व लूट की योजना बनाई।
योजना के मुताबिक तीनों आरोपी रामाकिशन के घर पहुंचे और योजनाबद्ध तरीके से गला दबाकर पहले तो रामाकिशन की हत्या कर दी। फिर मौके से मिले 5000 रुपये और एटीएम कार्ड लेकर फरार हो गए। पुलिस पूछताछ में एटीएम के जरिए 15000 रुपए विड्रोल करने की बात भी आरोपी दीपेंद्र सिंह ने कबूल की है। फिलहाल पुलिस अन्य दो आरोपियों की तलाश में उनके संभावित ठिकानों पर दबिश दे रही है।