नागौर में अतिक्रमण हटा रहे दल पर पथराव, नगर परिषद के JCB चालक की मौत के बाद फूटा लोगों का गुस्सा
नागौर। हाईकोर्ट के निर्देश पर नागौर उपखण्ड के गांव ताऊसर में अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई के दौरान हुए पथराव में नगर परिषद के जेसीबी चालक फारुख की मौत हो गई। नागौर परिषद का दस्ता रविवार को हाईकोर्ट के निर्देश पर ताऊसर में 6-7 बीघा चारागाह भूमि पर बसे बंजारा, घुमन्तु व पिछड़ी जाति के लोगों के मकान सहित अन्य अतिक्रमण हटाने गया था।
इसी दौरान हुए पथराव के कारण चालक की मौत के बाद आक्रोशित लोगों ने नागौर के जय अस्पताल के सामने जाम लगा दिया है। वहीं, दूसरी ओर कार्रवाई के दौरान विरोध के दौरान पथराव और हल्के बल प्रयोग के बाद कई अतिक्रमी भी चोटिल हो गए। उनका भी उपचार जारी है। कई अतिकर्मी हिरासत में भी लिए गए हैं।
परिजनों को नौकरी की मांग
पथराव के दौरान नगर परिषद की जेसीबी का चालक फारुख गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे नागौर के जेएलएन अस्पताल से जोधपुर रैफर किया गया था, मगर रास्ते में मौत हो गई। इस पर शव को जेएलएन अस्पताल के मुर्दाघर में रखवा दिया। चालक की मौत सूचना पर बड़ी संख्या में लोग अस्पताल पहुंच गए और मृतक के परिजनों को सरकारी नौकरी, आर्थिक मदद और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं होने तक शव लेने से इनकार कर दिया।
एक
दिन
पहले
ही
चेताया
था
अतिक्रमण
हटाने
की
कार्रवाई
करने
से
पहले
एक
दिन
पहले
ही
नागौर
जिला
कलक्टर
दिनेश
कुमार
यादव,
एसपी
डॉ.
विकास
पाठक
सहित
पुलिस
एवं
प्रशासन
के
अधिकारी
पुलिस
जाब्ते
के
साथ
बंजारों
की
ढाणियों
में
पहुंचे
थे
और
उनको
स्वत:
अतिक्रमण
हटाने
के
लिए
कहा
था
लेकिन
किसी
ने
अतिक्रमण
नहीं
हटाया
था।
ऐसे
में
रविवार
को
दल
बल
के
साथ
कार्रवाई
की
गई।
इस
मामले
में
नागौर
जिला
कलेक्टर
दिनेश
यादव
का
कहना
है
कि
अतिक्रमण
हटाने
की
कार्रवाई
हाईकोर्ट
के
नियमानुसार
की
गई
है।
किसी
को
भी
बेवजह
परेशान
नहीं
किया
गया
है।
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