मोहसिन खान : 22 साल के शहीद बेटे को ईद के दिन अंतिम विदाई, कुछ दिन पहले हुई थी सगाई
झुंझुनूं। वीर सपूतों की धरती झुंझुनूं का एक और बेटा भारत माता की रक्षा करते हुए शहीद हो गया। शहीद मोहसिन खान राजस्थान के झुंझुनूं जिले के गांव कोलिंडा के रहने वाले थे। 22 वर्षीय मोहसिन खान को ईद के दिन 1 अगस्त 2020 को अंतिम विदाई दी गई।
पेट्रोलिंग के दौरान छाती में लगी गोली
भारतीय सेना की 16 ग्रेनिडियर के सिपाही मोहसिन खान इन दिनों जम्मू कश्मीर के नौशेरा सेक्टर में तैनात थे। गुरुवार को पेट्रोलिंग के दौरान सरहद पार से हुई गोलिबारी में मोहसिन शहीद हो गए थे। उनके छाती में गोली लगी। शनिवार शाम को शहीद मोहसिन खान की पार्थिव देह गांव कोलिंडा पहुंची थी। बेटे को तिरंगे में लिपटा देखकर हर किसी की आंखें नम हो गई। मां बलकेश बानो, दादा सन्नू खां समेत परिवार के अन्य सदस्य रो-रोकर बुरा हाल हो गया।
कोलिंडा में हुआ अंतिम संस्कार
शाम को कोलिंडा के कब्रिस्तान में मोहसिन का अंतिम संस्कार किया गया। इससे पहले जिला सैनिक कल्याण अधिकारी कमांडर परवेज अहमद हुसैन, सांसद नरेन्द्र खींचड़, प्रधान अलसीसर गिरधारी लाल खींचड़, सुशीला सीगड़ा, जिला परिषद सदस्य प्यारे लाल ढूकिया आदि ने शहीद की पार्थिव देह पर पुष्पचक्र अर्पित किए।
एक माह पहले ही लौटे थे ड्यूटी पर
परिजनों ने बताया कि मोहसिन खान की हाल ही गांव कोलाली निवासी युवती से सगाई तय की गई थी। एक माह के अवकाश के बाद महीनेभर पहले ही ड्यूटी पर लौटे थे। चार भाई-बहनों में सबसे छोटे शहीद मोहसिन के परिवार से कई सदस्य सेना में हैं। पिता सरवर खान सेना से सूबेदार पद से रिटायर हुए हैं। भाई अमजद अली 14 ग्रेनेडियर में है। अभी ज्वाइनिंग मिलनी है। इनके अलावा चाचा और ताऊ भी सेना में अपनी सेवाएं दे चुके हैं।
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