महिला दिवस 2019 : गांव की ये 3 बेटियां उड़ाती हैं लड़ाकू विमान, पलक झपकते ही कर देती हैं बमबारी
jhunjhunu/Churu News झुंझुनूं/चूरू। देश को सबसे अधिक फौजी देने वाले शेखावाटी की बेटियां भी नित नई बुलदियां छू रही हैं। आसमां में इतिहास रच रही हैं। ये बेटियां वो मुकाम हासिल कर रही हैं, जिस पर राजस्थान ही नहीं बल्कि पूरे देश को गर्व हो रहा है।
International Women's Day
इस समय विश्व महिला दिवस 2019 मनाया जा रहा है। आईए इस मौके पर जानते हैं शेखावाटी की नारी शक्ति के बारें में। हम बात कर रहे हैं लड़ाकू विमान उड़ाने वाली मोहना सिंह, प्रतिभा पूनिया और प्रिया शर्मा की। शेखावाटी की इन यंग बेटियों पर हिन्दुस्तान को गर्व और इंडियन एयरफोर्स को नाज है। तीनों ने ही बेहद छोटे से गांव से बड़ी उड़ान भरी है।
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फाइटर पायलट मोहना सिंह
(first woman fighter pilot mohana singh) देश की पहली महिला फाइटर पायलट मोहना सिंह राजस्थान के झुंझुनूं जिले के गांव पापड़ा की रहने वाली है। इस परिवार से भारतीय वायुसेना में जाने वाली मोहना सिंह दादा व पिता के बाद तीसरी पीढ़ी है। प्रताप सिंह व शिक्षिका मंजू देवी के घर जन्मी मोहना सिंह ने 18 जून 2016 को भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट बनकर इतिहास रच दिया था। मध्यप्रदेश की अवनी चतुर्वेदी व बिहार की भावना कांठ के साथ ही मोहना सिंह ने यह उपलब्धि हासिल की थी। तीनों को ही देश की पहली महिला फाइटर बनने का गौरव हासिल हुआ।
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फाइटर पायलट प्रिया शर्मा
(Rajasthans Priya Sharma India's 7th Woman Fighter Pilot ) भारतीय वायुसेना में लड़ाकू विमान उड़ाने वाली प्रिया शर्मा झुंझुनूं जिले के पिलानी थाना इलाके के गांव घूमनसर कलां की रहने वाली है। हैदराबाद में दो साल का प्रशिक्षण पूरा करने के बाद पिछले प्रिया शर्मा वायुसेना में फाइटर पायलट बनी है। प्रिया शर्मा ने एमएनआइटी जयपुर से बीटेक किया और बीटेक करते ही एयरफोर्स में फाइटर पायलट बनने का आवेदन कर दिया। प्रिया के पिता मनोज कुमार भी एयरफोर्स में स्कवाड्रन लीडर हैं और फिलहाल बीकानेर में कार्यरत हैं। प्रिया का भाई अंशुल एम्स जोधपुर में एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहा है। वहीं दादा मदनलाल प्रयोगशाला सीरी (पिलानी) में सर्विस करते थे। बता दें कि प्रिया शर्मा भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट बनकर लौटी तो उसे घोड़ी पर बैठाकर पूरे गांव में उसका विजयी जुलूस निकाला गया।
फाइटर पायलट प्रतिभा पूनिया
(Pratibha Poonia Fighter Pilot ) भारतीय वायुसेना की महिला फाइटर पायलट प्रतिभा पूनिया चूरू जिले के सादुलपर इलाके के गांव नरवासी रामबास की रहने वाली है। प्रतिभा ने प्रारंभिक शिक्षा गांव से ही पूरी की थी। राजकीय महाविद्यालय बीकानेर से बीटेक किया। इसके बाद देहरादून में हुई परीक्षा में उसका भारतीय वायु सेना में फ्लाइंग ऑफिसर के पद पर चयन हुआ। हैदराबाद के डूंडीगल एयर बैस में आयोजित पासिंग आउट परेड में 105 कैडेटस की कमिशनिंग हुई। दिसम्बर 2017 में भारतीय वायुसेना में महिला फाइटर पायलट बनने वाली प्रतिभा पूनिया राजस्थान की दूसरी बेटी है। इससे पहले मोहना सिंह बनी। खास बात यह है कि प्रतिभा पूनिया ने फाइटर पायलट बनने के लिए सात बार परीक्षा दी थी, जिसमें छह बार असफल रही थी। असफलता से निराश होने की बजाय प्रतिभा पूनिया ने अपना ख्वाब नहीं टूटने दिया और सातवीं बार में सफल हो गई।