मॉब लिंचिगः रिश्तेदार के घर से लौट रहे चचेरे भाइयों को बच्चा चोर बताकर पीटा
भीलवाड़ा। राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में आसीन्द थाना क्षेत्र के नारायणपुरा में रिश्तेदार पिता-पुत्र की मौत पर शोक जता कर गांव लौट रहे बठेड़ा के दो चचेरे भाइयों को भीड़ ने बच्चा चोर बताकर पीट दिया। साथ ही उन्हें दो घंटे तक बांधकर रखा रहा। पुलिस को जब घटना का पता चला तो आनन-फानन में घटनास्थल पर पहुंची और दोनों पीड़ितों को भीड़ से छुड़ाकर जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया।
पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने इस मामले में 5 आरोपियों को गिरफ्तार किया है। बठेड़ा निवासी दूदाराम पुत्र अंबालाल भील ने कहा कि उसके रिश्तेदार पिता-पुत्र की पिछले दिनों बनेड़ा थाना इलाके में जोगणिया माता जाते समय सड़क हादसे में मौत हो गई थी। इसके चलते वह अपने चचेरे भाई शंकर पुत्र भंवर भील के साथ रिश्तेदार की मौत पर शोक व्यक्त करते नारायणपुरा गये थे।
वहां से दोनों शंकर के ससुराल कालियास चले गये। ससुराल वालों से मिलकर देर शाम वे बाइक से बंक्यारानी होते हुए अपने गांव लौट रहे थे, तभी धोली गांव से गुजरने के दौरान पीछे से बाइक पर आये दो युवकों ने उन्हें रोका और बच्चा चोर बताते हुये मारपीट की। इसके बाद फोन कर कुछ और लोगों को गांव से बुलवा लिया गया। जमा भीड़ उन्हें गांव में ले गई। जहां भीड़ ने उसके कपड़े उतरवा कर उन्हे खम्बे से रस्सी से बांध दिया और करीब एक-दो घंटे बंधक बनाकर मारपीट की।
भीड़ ने शंकर को भी पीटा। इस दौरान वे, दोनों खुद को निर्दोष बताते हुए अपने गांव जाने की बात कहते रहे, लेकिन भीड़ ने उनकी एक न सुनीं और मारपीट करते रहे। बाद में सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और दोनों युवकों को भीड़ से मुक्त करवा कर जिला अस्पताल पहुंचाया।
आसींद डिप्टी रोहित कुमार ने बताया कि पुलिस ने मारपीट के मामले में धोली निवासी मनफूल पिता षिवलाल जाट, ओमप्रकाष पिता लादुलाल जाट, लक्ष्मण पिता मगना जाट, षिवलाल पिता जमनालाल जाट व मुकेष पिता लक्ष्मण जाट को गिरफ्तार किया है। वहीं पुलिस ने घटना में शामिल अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी के भी प्रयास शुरू कर दिए हैं। इसके अलावा पुलिस ने शिवलाल जाट की रिपोर्ट पर बच्चे का अपहरण का अलग से मुकदमा दर्ज कर मामले की गहनता से जांच शुरू की है।