By election 2019 : राजस्थान के मंडावा व खींवसर में मतदान जारी, जानें दोनों सीटों का रोचक इतिहास
झुंझुनूं/नागौर। राजस्थान में नागौर जिले की खींवसर और झुंझुनूं जिले की मंडावा विधानसभा सीट के उप चुनाव 2019 के लिए सुबह 7 बजे से मतदान जारी है। दोनों सीटों के 525 मतदान केंद्रों पर शाम 6 बजे तक वोटिंग होगी। खींवसर के ग्रामीण इलाकों में वोटिंग को लेकर लोगों में उत्साह देखने को मिल रहा है। पोलिंग बूथों पर कतारें लगी हैं। लोग अपनी बारी का इंतजार करते नजर आ रहे हैं।
इतने मतदाता डाल सकेंगे वोट
इधर, मंडावा उपचुनाव 2019 को लेकर 259 बूथों पर वोटिंग जारी है। मंडावा का विधायक बनने की दौड़ में कुल 9 प्रत्याशी हैं। नागौर जिले की खींवसर विधानसभा सीट के लिए कुल 2 लाख 50 हजार 155 मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। खींवसर में वोटिंग के लिए कुल 266 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं। मंडावा विधानसभा क्षेत्र में कुल 2 लाख 27 हजार 414 मतदाता अपने मताधिकार का इस्तेमाल कर सकेंगे। मंडावा में कुल 259 मतदान केन्द्र बनाए गए हैं।
केन्द्रीय सुरक्षा बलों की 8-8 कंपनियां तैनात
मतदान के दौरान विधानसभा क्षेत्रों में सुरक्षा के कड़े बंदोबस्त किए गए हैं। मंडावा विधानसभा निर्वाचन क्षेत्र में 60 सवेंदनशील मतदान केन्द्र चिन्हित किए गए हैं, जबकि खींवसर में संवेदनशील मतदान केन्द्रों की संख्या 121 है। दोनों क्षेत्रों में केन्द्रीय सुरक्षा बलों की 8-8 कंपनियां तैनात की गई हैं। सुरक्षा व्यवस्था को बेहद पुख्ता बनाया गया है। संवेदनशील बूथों पर अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है।
मंडावा खींवसर में इनके बीच मुकाबला
नागौर की खींवसर सीट के लिए BJP और आरएलपी के बीच गठबंधन है। यहां सांसद हनुमान बेनीवाल के भाई गठबंधन प्रत्याशी नारायण बेनीवाल का मुकाबला कांग्रेस प्रत्याशी हरेन्द्र मिर्धा के साथ है। वहीं मंडावा में बीजेपी प्रत्याशी सुशीला सींगड़ा का मुकाबला कांग्रेस की रीटा चौधरी से है। रीटा पूर्व में मंडावा से एक बार विधायक रह चुकी हैं।
मंडावा में वोटिंग की गति तेज
राजस्थान में नागौर जिले की खींवसर और झुंझुनूं जिले की मंडावा विधानसभा सीट के उपचुनाव के लिए सुबह 7 बजे से मतदान जारी है। झुंझुनूं की मंडावा सीट पर सुबह 10 बजे तक करीब 13 फीसदी वोटिंग हो चुकी है। मंडावा के मुकाबले खींवसर में वोटिंग की रफ्तार थोड़ी धीमी है। यहां 10 बजे तक करीब 9 फीसदी वोटिंग हुई है। खींवसर से कांग्रेस प्रत्याशी हरेंद्र मिर्धा ने लोगों के साथ लाइन में लगकर अपना वोट डाला।
मंडावा खींवसर सीट का इतिहास
बता दें कि मंडावा में वर्ष 1952 से लेकर अब तक हुए चुनावों में भाजपा मोदी लहर के बीच सिर्फ एक बार 2018 में ही विधानसभा चुनाव जीती है। 2008 से पहले खींवसर की सीट को मूंडवा के नाम से जाना जाता था। साल में 1980 में मूंडवा विधानसभा सीट पर हरेंद्र मिर्धा ने बेनीवाल के पिता रामदेव हराया था। हालांकि 1985 में रामदेव बेनीवाल ने उस हार का हिसाब चुकता कर लिया था।
इसलिए हो रहे उप चुनाव
बता दें कि झुंझुनूं जिले की मंडावा सीट से राजस्थान विधाानसभा चुनाव 2018 में नरेन्द्र कुमार खींचड़ और इसी तरह से खींवसर सीट से हनुमान बेनीवाल विधायक चुने गए थे। फिर लोकसभा चुनाव 2019 में नरेन्द्र कुमार व हनुमान बेनीवाल के सांसद बनने के बाद दोनों सीट खाली हो गई थी।