Mame Khan : बचपन में शुरू किया गाना, 12 वर्ष के थे तब PM के सामने दी प्रस्तुति, अब फिर सुर्खियों में
जैसलमेर। भारत पाक सीमा पर बसा जैसलमेर स्वर्णनगरी के नाम से जाना जाता है। यहां की नक्काशीदार ऐतिहासिक इमारतों, किलों और मखमली रेत के धोरों भी यहां की पहचान हैं। इसके अलावा लोक संस्कृति के मामले में भी जैसलमेर राजस्थान के अन्य जिलों से आगे है। यहां के कई लोक कलाकारों ने बॉलीवुड का भी दिल जीता है।
मंगणियार जाति ने दिए शानदार कलाकार
जैसलमेर की मंगणियार जाति के कलाकारों की देश में ही नहीं बल्कि सात समन्दर पार भी खासी लोकप्रियता है। ऐसे ही एक कलाकार ने जैसलमेर के सत्तों गांव से निकलकर मुम्बई तक ही नहीं बल्कि करीब करीब हर देश की यात्रा कर लोककला और स्थानीय गायिकी की परम्परा को जिन्दा रखे हुए है।
ममे खान फिर सुर्खियों में
हम बात कर रहें हैं अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त कलाकार और बॉलीवुड प्लेबैक सिंगर मामे खान (ममे खान) की। वे एक बार फिर सुर्खियों में हैं, जिसकी वजह है बीते शुक्रवार को कई देशों में एक साथ रिलीज हुई फिल्म 'द एक्स्ट्राऑर्डिनरी जर्नी ऑफ द फकीर'
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मैला
मैला
गाने
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आवाज
फिल्म "फकीर" में ममे खान ने मैला-मैला गीत में अपनी आवाज का ऐसा जादू बिखेरा कि दो दिन में एक मिलियन से भी ज्यादा फॉलोवर को अपना दीवाना बना दिया। फिल्म की सफलता से ममे खान की गायिकी और अधिक परवान चढ़ेगी। वे बताते हैं कि संगीत से जमीनी जुड़ाव मुझे बॉलीवुड ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सफलता का स्वाद चखा गया। आज मुझे जैसलमेरी होने का गर्व है, जहां भी जाता हूं ममे खान जैसलमेर के नाम से पहचान मिलती है।
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बचपन में शुरू किया था गाना
ममे खान ने 12 वर्ष की उम्र में प्रधानमंत्री राजीव गाँधी के सामने परफॉर्म किया था। वर्ष 1999 से टर्निंग पॉइंट से बॉलीवुड मेंं एंट्री मिली, जो सफर आज तक जारी है। दूरदर्शन से लेकर कोक स्टूडियो, हिन्दी सिनेमा और विदेशी धरती पर स्टेज शो करके ममे खान ने बड़ी सुर्ख़ियां बटोरी।
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ये गाने हुए फेमस
बावरे, चौधरी , केसरिया बालम जैसे गानों से खान ने करोड़ों लोगों के दिलों में जगह बनायी। इनका मानना है कि पंजाबी और हरियाणवी संगीत का बॉलीवुड में गहरा जमावड़ा है और राजस्थानी संगीत से ईर्ष्या भी ऐसे में हमेशा से ही राजस्थानी फॉल्क म्यूजिक का तिरस्कार हुआ है, मगर इन दिनों राजस्थानी कलाकारों का स्ट्रगल कम हुआ है। अब कई मंच राजस्थानी कला को तवज्जो देने लगें है।