मकर संक्रांति : दौसा के गुत्तेश्वर मंदिर में भगवान ने भी की पतंगबाजी
Dausa news दौसा। ये पतंग भगवान को अर्पित की गई...। यहां भगवान भी पतंगबाजी करते हैं...। सुनकर अटपटा जरूर लगा होगा..., लेकिन ये सच है। दौसा के गुप्तेश्वर मंदिर में भगवान के लिए यहां दर्जनों पतंग लगाई हैं, वो भी ये सोच कर कि भगवान पतंग उड़ाते हैं...। भगवान शंकर के लिए यहां पर पतंग और मांझा ही नहीं बल्कि कई तरह की कलरफुल पतंग छोटी बड़ी छोटा भीम जैसी और अत्याधुनिक डिजाइन की पतंगे भगवान के लिए लाई गई है...।
मंदिर पुजारी विशाल पाराशर ने बताया कि भगवान के लिए मंदिर सदस्यों और मंदिर पुजारी परिवार की ये श्रद्धा...अनोखी श्रद्धा है...। मकर संक्रांति पर देश के कई शहरों में पतंग उड़ाने की परंपरा है। इसी परंपरा की वजह से मकर संक्रांति को पतंग पर्व भी कहा जाता है। त्रेतायुग में भगवान श्री राम ने मकर संक्रांति के दिन ही अपने भाइयों और श्री हनुमान के साथ पतंग उड़ाई थी, इसलिए तब से ये परंपरा पूरी दुनिया में प्रचलित हो गई। प्राचीन भारतीय साहित्य और धार्मिक ग्रंथों में भी पतंगबाजी का काफी उल्लेख मिलता है।