Gandhi at 150 : राजस्थान का यह शख्स लंदन में बापू की 'यादों' को नीलामी में खरीदकर लाया भारत
लंदन में बापू की यादों की हो रही नीलाम तो राजस्थान के इस उद्योगपति ने बचाई देश की इज्जत
झुंझुनूं। बिना खड़ग बिना ढाल के आजादी दिलाने वाले राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की 2 अक्टूबर 2019 को 150वीं जयंती है। देश दुनिया में गांधी जयंती मनाई जा रही है। महात्मा गांधी से जुड़ी यादें एक बार फिर से सुर्खियों में है। स्वाधीनता आंदोलन के दौरान महात्मा गांधी राजस्थान तीन बार आए थे। तीनों ही बार अजमेर गए थे, मगर उनका झुंझुनू जिले के नवलगढ़ कस्बे से खास जुड़ाव रहा है।
इसकी एक बानगी यह है कि गांधीजी न केवल नवलगढ़ के आनन्दी लाल पोदार ट्रस्ट चेयरमैन रहे बल्कि नवलगढ़ के प्रसिद्ध उद्योगपति कमल मोरारका ने लंदन में महात्मा गांधी कई वस्तुओं को नीलामी में एक लाख पाउंड से अधिक खर्च करके खरीदा और भारत लाए। आईए गांधी@150 के मौके पर जानते हैं महात्मा गांधी और नवलगढ़ के इस अनूठे रिश्ते के बारे में।
आनन्दी लाल पोदार ट्रस्ट के चेयरमैन रहे गांधीजी
विद्या प्रचार संस्था जो आनन्दी लाल पोदार ट्रस्ट के नाम से प्रसिद्ध है। संस्था की 1921 में मुम्बई की पहली बैठक हुई थी, जिसकी अध्यक्षता महात्मा गांधी ने ही की थी। उस समय नवलगढ़ के सेठ आनन्दी लाल पोदार ने दो लाख 21 हजार रुपए शिक्षा के प्रचार प्रसार के लिए संस्था को दान किए थे।
मुम्बई में आनन्दी लाल पोदार ट्रस्ट की पहली बैठक में हिस्सा लेने पहुंचे महात्मा गांधी से आग्रह किया गया था कि वे संस्था के ट्रस्टी बने। इस पर गांधी ने इस आग्रह को स्वीकार किया और वर्ष 1922 में महात्मा गांधी आनन्दी लाल पोदार ट्रस्ट के पहले चेयरमैन बने थे। महात्मा गांधी नौ वर्ष तक संस्था के चेयरमैन रहे थे।
नवलगढ़ में बना है गांधी पार्क
आनन्दी लाल पोदार ट्रस्ट के पहले ट्रस्टी चेयरमैन महात्मा गांधी थे। इसलिए गांधीजी को याद रखने के लिए नवलगढ़ में नगरपालिका कार्यालय के पास गांधी पार्क भी बनाया हुआ है। गांधी पार्क में गांधीजी की मूर्ति लगी हुई है। यह पार्क लोगों के आकर्षण का केन्द्र भी रहता है। दो अक्टूबर यहां पर प्रार्थना सभा होती है।
अन्ना हजारे को भेंट की गांधी की निशानी
2012 में लंदन में महात्मा गांधी की कई वस्तुओं की नीलामी हुई थी। नवलगढ़ निवासी पूर्व केन्द्रीय मंत्री कमल मोरारका ने इन धरोहर को खरीदा था। उन्होंने महात्मा गांधी से जुड़ी 29 निशानी को करोड़ों रुपए की बोली लगाकर खरीदा था। इन वस्तुओं को लंदन में एक नीलामी के दौरान मुरारका ने बोली लगा कर खरीद लिया था। इसके बाद भारत लाई गई वस्तुओं में गांधीजी के चरखे का चक्र, चश्मा, महात्मा के खून से सनी मिट्टी व अन्य चीजों को सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे को भेंट कर दिया गया था।
पोदार म्यूजियम में सहेजी गांधीजी की यादें
आनन्दी लाल पोदार ट्रस्ट के चेयरमैन कांतिकुमार आर पोदार ने पोदार हवेली में म्यूजियम बनवाया है। इसमें गांधीजी की यादों के लिए गांधीजी की गैलरी भी बनाई हुई है। इस गैलरी में बापू का लिखा हुआ वह पत्र भी मौजूद है जिनमें बालिकाओं की शिक्षा के संबंध में पोदार कॉलेज प्रबंधन को निर्देशित किया गया था। गांधी गैलरी में महात्मा गांधी की आवाज को भी सुना जा सकता है। इसके लिए गैलरी में आधुनिक तकनीक की डीवीडी लगी हुई। इसमें गांधीजी के दिए गए भाषण आदि संग्रहित है।