Gurjar Aandolan Update : कर्नल बैंसला की सरकार को चेतावनी, 'गिरफ्तार गुर्जरों को छोड़ दो, वरना...'
Sawai Madhopur News, सवाई माधोपुर। पांच फीसदी आरक्षण की मांग को लेकर राजस्थान के गुर्जर समाज का आंदोलन आज चौथे दिन सोमवार को भी जारी है। कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला की अगुवाई में गुर्जर समाज के सैकड़ों लोग सवाई माधोपुर रेलवे ट्रैक पर जमा है। आंदोलनकारियों ने ट्रैक पर ही तम्बू लगा रखे हैं और वहां से हटने को तैयार नहीं हैं।
दौसा के सिकंदरा चौराहे पर जयपुर-आगरा हाईवे जाम
वहीं कर्नल किरोड़ी सिंह बैंसला का कहना है कि सरकार उन्हें उनका हक दे दे, वरना यह आंदोलन और बढ़ेगा। वहीं धौलपुर में हुई हिंसात्मक घटना को लेकर कर्नल ने कहा ही गुर्जर समाज नहीं चाहता कि कहीं भी गुर्जर आंदोलन हिंसक हो। कर्नल ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि धौलपुर में जिन लोगों को गिरफ्तार किया जा रहा है। उन्हें छोड़ दें।वरना पूरे राजस्थान आंदोलन तेज हो जाएगा। इधर, दौसा जिले के सिकंदरा चौराहे पर गुर्जरों ने आंदोलन के चौथे दिन सोमवार दोपहर से जयपुर-आगरा हाईवे जाम कर रखा है।
गुर्जर आंदोलन का तीसरा दिन (Third day of Gurjar movement)
गुर्जरों का आंदोलन तीसरे दिन हिंसक हो गया था। आंदोलनकारियों ने धौलपुर जिले में आगरा-मुरैना राजमार्ग को बंद करने की कोशिश की। इस दौरान आंदोलनकारियों की पुलिस के साथ झड़प हो गयी। उग्र प्रदर्शनकारियों ने पुलिस के तीन वाहनों को आग के हवाले कर दिया। इस दौरान आंदोलनकारियों की ओर से फायरिंग करने की बात भी सामने आई। झड़प में पुलिस के 4 जवान भी घायल हुए हालांकि, बाद में पुलिस ने आंदोलनकारियों को खदेड़ दिया और करीब एक घंटे बाद हाइवे पर यातायात बहाल कर दिया गया।
गुर्जर आंदोलन का दूसरा दिन (Second day of Gurjar agitation)
गुर्जर दूसरे दिन भी रेल पटरियों से नहीं हटे। तंबू गाड़कर यहीं पर रात बिताई और आरक्षण नहीं मिल जाने तक डटे रहने का ऐलान किया। साथ सवाई माधोपुर के अलावा करौली, अजमेर, हिंडौन समेत अन्य जगहों पर गुर्जर आरक्षण आंदोलन का असर देखने को मिला। वहीं रोडवेज ने करौली-हिंडौन के बीच चलने वाली रोडवेज बसों का संचालन बंद कर दिया। गुर्जरों ने दौसा जिले के सिकंदरा चौराहे पर बैठक कर दो दिन बाद जयपुर-आगरा हाईवे जाम करने की चेतावनी दी।
गुर्जर आंदोलन का पहला (Gurjar Aandolan Start in Rajasthan)
गुर्जर आंदोलन 8 फरवरी 2019 से शुरू हुआ। 13 साल में गुर्जरों का आरक्षण को लेकर यह छठा आंदोलन था। दरअसल, गुर्जरों ने बीस दिन पहले सरकार को अल्टीमेटम दिया था कि अगर 8 फरवरी शाम पांच बजे तक पांच जातियों को पांच फीसदी आरक्षण का नोटिफिकेशन जारी नहीं किया गया तो फिर से आंदोलन किया जाएगा। ऐसे में 8 फरवरी को गुर्जरों ने सवाई माधोपुर जिले के मलारना डूंगर में महापंचायत की और फिर मांग नहीं होने पर मकसूदनपुरा में रेल पटरियों पर कब्जा जमाकर आंदोलन शुरू कर दिया। पहले ही दिन दिल्ली-मुम्बई के बीच चलने वाली ट्रेन का संचालन बंद करना पड़ा था।आंदोलनरत गुर्जरों के लिए मलारना डूंगर के देवनारायण मंदिर के पास भोजन तैयार किया गया, जिसकी जिम्मेदारी आस-पास गांवों के गुर्जरों ने उठाई।