Mandawa bypoll : झुंझुनूं सांसद पुत्र को इसलिए नहीं मिला टिकट, राजेन्द्र राठौड़ ने स्वीकारा एक नंबर पर था नाम
झुंझुनूं। राजस्थान के झुंझुनूं की मंडावा विधानसभा सीट के उप चुनाव में भाजपा की टिकट के लिए हुए अधिकांश सर्वे में आगे होने के बावजूद सांसद नरेन्द्र कुमार खींचड़ के बेटे अतुल खीचड़ को टिकट नहीं दिया गया। अतुल खीचड़ की बजाय भाजपा ने झुंझुनूं की प्रधान सुशीला सीगड़ा पर दांव लगाया है।
मंडावा विधानसभा सीट प्रभारी व उप नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र राठौड़ खुद ने मीडिया से बातचीत में यह स्वीकार किया है कि सांसद नरेन्द्र खीचड़ के पुत्र अतुल खीचड़ पार्टी के हर सर्वे व जीत सकने वाले उम्मीदवार सहित हर बात में आगे चल रहे थे, मगर उनकी बजाय सुशीला सीगड़ा को टिकट जाने पर मुहर लगी है।
हालांकि बाद में राठौड़ ने यह कहते हुए बचाव किया कि खुद सांसद नरेन्द्र खीचड़ ने ही वंशवाद का विरोध करते हुए यह कहा कि उनके पुत्र को टिकट नहीं दिया जाना चाहिए। सांसद नरेन्द्र खीचड़ ने भी यह कहा कि मैं बहुत पहले से कहता रहा हूं कि पार्टी वंशवाद का विरोध करती है और पुत्र को विधायक का टिकट तो क्या, प्रधान और दूसरे टिकट भी नहीं दिए जाने चाहिए।
इधर, कांग्रेस ने रीटा चौधरी को उतारा मैदान में
मंडावा विधानसभा सीट के उप चुनाव 2019 में कांग्रेस ने एक बार फिर पूर्व विधायक रीटा चौधरी पर ही विश्वास जताया है। रीटा चौधरी दिग्गज जाट नेता रामनारायण चौधरी की बेटी हैं। ऐसे में इस बार मंडावा में दो महिलाओं के बीच मुकाबला होगा। भाजपा ने झुंझुनूं प्रधान सुशीला सीगड़ा का मैदान में उतारा है। बता दें कि केलिफोर्निया से एमबीए पास आउट रीटा चौधरी ने कहा है कि गत बार हम अति आत्मविश्वास में रह गए थे, लेकिन इस बार गत बार वाली गलतियां नहीं दोहराएंगे।