UPSC result 2018: टेलर के 2 बेटे एक साथ बन गए IAS, मां करती है तुरपाई का काम
Jhunjhunu News, झुंझुनूं। राजस्थान के झुंझुनूं जिला मुख्यायल की मोदी रोड पर स्थित मकान अब तक तो दर्जी सुभाष कुमावत के घर के नाम से जाना जाता था, मगर 5 अप्रेल 2019 के बाद से यह आईएएस अफसर के घर के नाम से भी जाना जाएगा। आईएएस भी एक नहीं बल्कि दो-दो और वो भी दोनों सगे भाई।
जयपुर निवासी कनिष्क कटारिया ने प्रथम रैंक हासिल की
दरअसल, पांच अप्रेल को संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2018 का फाइनल रिजल्ट घोषित किया गया। इसमें राजस्थान के जयपुर निवासी कनिष्क कटारिया ने प्रथम रैंक हासिल की। दूसरी रैंक पर राजस्थान के ही अक्षत जैन ने कब्जा जमाया। यूपीएससी के रिजल्ट में झुंझुनूं के दो सगे भाइयों ने एक साथ आईएएस बनकर इतिहास रच दिया।
दम्पती की आंखों से खुशी के आंसू बह निकले
झुंझुनूं निवासी सुभाष कुमावत व राजेश्वरी देवी के बड़े पंकज कुमाव ने 443वीं और छोटे बेटे अमित कुमावत ने 600वीं रैंक हासिल की है। दोनों बेटों के एक साथ आईएएस बनने की सूचना पर इनके घर बधाई देने वालों का तांता लग गया और इस दम्पती की आंखों से खुशी के आंसू बह निकले।
सुभाष करते हैं सिलाई
सुभाष कुमावत सिलाई का करते हैं। इनकी झुंझुनूं में गुढ़ा मोड़ पर दुकान है। वहीं राजेश्वरी देवी तुरपाई का काम करती है। इनके तीन बेटे व एक बेटी है। इनमें से दो बेटे एक साथ आईएएस बन गए हैं। खास बात यह है कि सुभाष के परिवार में सरकारी नौकरी लगने वाले ये दोनों भाई पहले शख्स हैं।
दिल्ली से की पढ़ाई
पंकज कुमावत ने बताया कि उसने आईआईटी दिल्ली से मैकेनिकल में बीटेक किया और फिर नोएडा की एक निजी कम्पनी में नौकरी मिल गई। इसके बाद छोटे भाई अमित को भी अपने पास बुलाया लिया। उसे भी आईआईटी दिल्ली से बीटेक करवाया। फिर दोनों भाई भारतीय प्रशासनिक सेवा में जाने की तैयारी में जुट गए और नतीजा आज हम सबके सामने है।
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