शहीद भाई की चिता को मुखाग्नि देकर छोटा भाई भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए रवाना, Video
जैसलमेर। राजस्थान को रणबांकुरों की धरती यूं ही नहीं कहते। यहां के कण-कण में देशभक्ति का जज्बा कूट-कूटकर भरा हुआ है। प्रदेश में फौजियों के कई ऐसे परिवार हैं, जिनमें सपूत की शहादत के बाद उनके बेटे या भाई भी भारतीय सेना ज्वाइन करने से पीछे नहीं हटे हैं।
सोमवार को घर पहुंची थी पार्थिव देह
ऐसे परिवारों में जैसलमेर के मोहनगढ़ के शहीद राजेन्द्र सिंह भाटी के परिवार का नाम भी शामिल हो गया है। सोमवार को शहीद राजेन्द्र सिंह की चिता को मुखाग्नि देने के बाद उनका छोटा भाई समुंदर सिंह सेना भर्ती रैली में हिस्सा लेने के लिए रवाना हो गया।
उत्तरप्रदेश गया समुंदर सिंह
शनिवार को जम्मू कश्मीर में ऑपरेशन त्रिशक्ति में आतंकियों से लोहा लेते शहीद हुए नायक राजेन्द्र सिंह भाटी की पार्थिव देह सोमवार सुबह पैतृक गांव मोहनगढ़ पहुंची थी। यहां पर राजकीय सम्मान से अंत्येष्टि की गई। छोटे भाई समुंदर सिंह ने उनकी चिता को मुखाग्नि दी। इसके बाद शाम को समुंदर सिंह उत्तरप्रदेश में हो रही सेना भर्ती में हिस्सा लेने के लिए रवाना हो गया।
क्षत्रीय धर्म है वीरता या वीरगति
समुंदर सिंह बताया कि उनके बड़े भाई राजेन्द्र सिंह उनसे कहा करते थे कि देशसेवा में आना चाहिए। क्षत्रीय धर्म है वीरता या वीरगति। भाई की शहादत पर गर्व करते हुए समुंदर सिंह ने कहा कि बड़े भाई का दुनिया से विदा होने का गम तो है, मगर वो अंतिम सांस तक भारत माता की रक्षा के लिए लड़ते रहे, जिसक पर गर्व भी हो रहा है।
भाई की शहादत का बदला लूंगा
समुंदर सिंह ने बताया कि पिता और भाई ने भारतीय सेना में सेवाएं दी है। अब वे उन्हीं के नक्शे कदम पर चलकर आर्मी ज्वाइन करना चाहते हैं। मौका मिला तो आतंकवादियों को उन्हीं की भाषा में जवाब देकर भाई की शहादत का बदला जरूर लूंगा।
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