जीका वायरस: 4 गर्भवती सहित 8 पॉजिटिव, जयपुर में हड़कंप, केंद्र से आई हाई लेवल कमेटी
जयपुर। जयपुर में जीका वायरस को लेकर हड़कंप मचा हुआ है। पुणे से आई रिपोर्ट में यहां चार गर्भवती महिलाओं सहित आठ लोगों के जीका वायरस पॉजिटव होने की पुष्टि हो गई है। केंद्र ने हाई लेवल कमेटी को जयपुर भेजा है, जिसने संक्रमित इलाके का दौरा शुरू कर दिया है। कमेटी राज्य सरकार की बचाव व रोकथाम की व्यवस्थाओं को भी समीक्षा करेगी।
गौरतलब है कि जयपुर के शास्त्री नगर इलाके में पिछले महीने से जीका वायरस का प्रभाव है। करीब 15 दिन पूर्व जयपुर में एसएमएस अस्पताल में भर्ती महिला की जीका वायरस संक्रमण की रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। जयपुर में ये जीका वायरस का पहला मामला था। एसएमएस मेडिकल कॉलेज की प्रिंसिपल यू.एस. अग्रवाल ने बताया कि शास्त्री नगर निवासी महिला को जोड़ों में दर्द, कमजोरी और आंखें लाल होने की शिकायत थी, जिसे 11 सितंबर को एसएमएस अस्पताल में भर्ती किया गया था। पहले मलेरिया और डेंगू की जांच की गई, जो नेगेटिव आई। शक होने पर नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ यूरोलॉजी, पुणे को सैंपल भेज कर जीका वायरस का टेस्ट करवाया, जिसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई। इसके बाद चिकित्सा विभाग द्वारा इसी इलाके के 12865 जनों की स्क्रीनिंग की गई है।
अब
11
लोगों
की
रिपोर्ट
का
इंतजार
जानकारी
के
अनुसार
चिकित्सा
विभाग
ने
खास
तौर
पर
67
बुखार
के
व
97
गर्भवती
महिलाओं
के
और
इनके
सम्पर्क
में
रहे
54
लोगों
के
नमूने
लिए
थे।
इनमें
से
19
नमूने
के
जीका
वायरस
पॉजिटिव
होने
की
रिपोर्ट
आई।
पुष्टि
के
लिए
इन
नमूनों
को
नेशनल
इंस्टीट्यूट
ऑफ
यूरोलॉजी,
पुणे
भेजा
गया।
यहां
से
आई
रिपोर्ट
के
अनुसार
4
गर्भवती
महिलाओं
सहित
आठ
लोगों
के
जीका
वायरस
पॉजिटिव
होने
की
पुष्टि
हुई।
अभी
11
जनों
की
रिपोर्ट
का
और
इंतजार
है।
जानकारी
के
अनुसार
केंद्रीय
टीम
ने
शास्त्री
नगर
का
दौरा
कर
रही
है
और
सरकार
द्वारा
जीका
वायरस
की
रोकथाम
के
इंतजाम
भी
देख
रही
है।
कमेटी
पांच
दिन
रुकेगी
और
आस-पास
के
इलाकों
का
भी
दौरा
करेगी।
बताया
जा
रहा
है
कि
अन्य
जिलों
में
भी
जा
सकती
है।
केंद्र से आई चार सदस्यीय हाई लेवल टीम में नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल के निदेशक डॉ. एस.के. सिंह, नेशनल वेक्टर बोर्न डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम के अतिरिक्त निदेशक डॉ. अवधेश, दिल्ली एम्स के इंटरनल मेडिसिन के प्रो. आशुतोष विश्वास शामिल हैं। इससे पूर्व एक केंद्रीय टीम 25 को आई थी और उसने संबंधित इलाके का दौरा कर मामले की गम्भीरता को ऊपर बताया था।
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