भारत-पाक सीमा पर साढ़े पांच लाख लोगों ने मिलकर बनाई 700 किलोमीटर लंबी मानव शृंखला
जयपुर। राजस्थान में भारत-पाक सीमा पर मंगलवार को एक अनूठा कार्यक्रम हुआ। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर सीमा पर साढे पांच लाख से अधिक लोगों ने 700 किलोमीटर लम्बी मानव शृंखला बनाकर एक नया रिकॉर्ड बनाया। राज्य सरकार की तरफ से हुए इस कार्यक्रम में इन लोगों ने सीमा पर तैनात भारतीय जवानों को नमन किया। साथ ही शहीदों को भी याद किया। मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने स्वयं हैलीकॉप्टर से देश भक्तों के ऊपर पुष्प वर्षा की। उन्होंने कहा कि आज हम विश्व के मानचित्र पर दिव्यमान भारत देख रहे हैं, उसके पीछे शहीदों की शहादत, स्वतंत्रता सेनानियों का खून-पसीना और राष्ट्र के विकास के प्रति समर्पित राष्ट्रभक्तों की कठोर तपस्या है।
सीमा से लगे शहरों के लोगों ने लिया हिस्सा
राजस्थान के चार जिले बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रींगंगानगर जिले अंतरराष्ट्रीय सीमा पर स्थित हैं। यहां पाकिस्तान की सीमा के समानान्तर चलने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग 68 पर सुबह से ही हजारों लोग मानव शृंखला बनाने के लिए जुटने लगे। बाड़मेर, जैसलमेर, बीकानेर और श्रींगंगानगर जिलों के ही नहीं यहां प्रदेशभर से लोगों ने हिस्सा लिया। सभी धर्मों के लोगों ने सीमा पर एकजुट होकर देश भक्ति के नारों से आसामान गुंजा दिया। राज्य सरकार ने इस कार्यक्रम की तैयारी के लिए चारों सीमावर्ती जिलों के कलक्टरों को जिम्मेदारी सौंपी थी।
देश भक्ति के रंग से सराबोर रहा सीमा क्षेत्र
कार्यक्रम में लोगों ने बड़े ही उत्साह के साथ हिस्सा लिया। यहां माहौल देश भक्ति के रंग से सराबोर रहा। स्कूली बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक में देश भक्ति का जज्बा देखते ही बन रहा था। हर जगह तीन रंग छाए हुए थे। लाखों हाथों में तिरंगा और तीन रंगों के गुब्बारे थे। सभी ने एक साथ खड़े होकर मानव शृंखला बनाई और दोपहर को राष्ट्रगान के साथ कार्यक्रम को समाप्त किया। वसुंधरा राजे ने सीमा पर पहुंचकर लोगों का उत्साह बढ़ाया।
सीएम राजे ने भी किया शहीदों को नमन
राजे ने भी देश शहीदों को सलाम किया और कहा कि हमारे देश के सपूतों ने देश की रक्षा के लिए अपनी जान तक कुर्बान कर दी। राजे ने यहां से स्वतंत्रता दिवस के पावन अवसर पर प्रदेशवासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा कि अमर शहीदों के प्रति हमारी सच्ची श्रदांजलि यही होगी कि हम सभी सामाजिक समरसता एवं भाईचारे का वातावरण विकसित कर अपने देश की उन्नति में योगदान दें। मुख्यमंत्री ने कहा कि आजादी का सही अर्थ यही है कि अंतिम छोर पर बैठे व्यक्ति को भी उत्कृष्ट जीवन और सम्मान मिल सके। सरकार प्रत्येक व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा के प्रति वचनबद्ध है।
#WATCH: A 700 KM long human chain formed by locals from Sri Ganganagar to Barmer in Rajasthan. #IndependenceDayIndia pic.twitter.com/IIUrzdHz1w
— ANI (@ANI) August 14, 2018
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