पूर्व IPS पंकज चौधरी बाड़मेर-जैसलमेर से लड़ेंगे चुनाव, यहां SP रहते खोली थी गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट
Barmer News, बाड़मेर। बर्खास्त आईपीएस पंकज चौधरी (ips pankaj chaudhary) ने स्पष्ट कर दिया है कि लोकसभा चुनाव 2019 में वे राजस्थान की बाड़मेर-जैसलमेर सीट से राजनीति के मैदान में उतरेंगे। हालांकि अभी तक भी यह तय नहीं किया है कि कौनसी पार्टी की टिकट पर चुनाव लड़ेंगे।
राजस्थान कैडर के चर्चित आईपीएस पंकज चौधरी को पुलिस सेवा से बर्खास्त करने के बाद उन्होंने राजनीति में आने का लिया है। मंगलवार को बाड़मेर में प्रेसवार्ता में उन्होंने बाड़मेर-जैसलमेर सीट (Barmer Jaisalmer Lok Sabha Chunav 2019) से भाग्य आजमाने की बात कही।
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pankaj chaudhary राजस्थान के कई जिलों में रहे हैं एसपी
मूलपूरू से यूपी के रहने वाले पंकज चौधरी ने कहा कि राजस्थान मेरी कर्मभूमि रही है और कई जिलों में एसपी के पद पर मैंने सेवाएं दी है। आमजनता कैसे भयमुक्त हो और उन्हें न्याय जल्दी कैसे मिले। ये मेरी प्राथमिकता रही है। उन्होंने कहा कि पश्चिमी राजस्थान के लोगों का मुझे काफी प्यार और समर्थन समय-समय पर मिला है। इसलिए मैंने लोकसभा चुनाव 2019 के मैदान में उतरने के लिए बाड़मेर-जैसलमेर सीट को ही चुना है।
अप्रेल में बताएंगे पार्टी का नाम
उन्होंने कहा कि अप्रेल की शुरुआत में प्रेसवार्ता कर जिस पार्टी से वे चुनाव लड़ेंगे उसके बारे में बताया जाएगा। विधानसभा चुनाव 2018 में पंकज चौधरी की पत्नी ने झालरापाटन में कांग्रेस प्रत्याशी मानवेंद्र सिंह के समर्थन में प्रचार किया था। मानवेंद्र के समर्थन के जवाब में उन्होंने कहा कि था 'राष्ट्र को जो पहले लेकर चलेगा, हम उनके साथ है...चाहे वो मानवेंद्र हो।
पंकज चौधरी ने इसलिए चुना बाड़मेर को
पंकज चौधरी ने कहा कि बाड़मेर-जैसलमेर राजस्थान की पाकिस्तान से लगती सीमा वाले क्षेत्र हैं। सीमांत क्षेत्र होने के कारण यहां राष्ट्रविरोधी गतिविधियां, तस्करी, आमजन में भय समेत काफी दिक्कतें सामने आती रही हैं। इन पर ठोस कदम ज़रूरी है। उन्होंने कहा कि मेरे लिए 'ना हारना ज़रूरी-ना जीतना ज़रूरी, समय के हिसाब से लड़ना ज़रूरी है।
गाजी फकीर पर भी बोले पंकज चौधरी
सरहदी जिलों बाड़मेर, जैसलमेर के सिन्धी मुस्लिमों के धर्मगुरु के रूप में ख्याति प्राप्त गाजी फ़क़ीर सरहदी जिलों की राजनीति के दाता हैं। 1965 से गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खुली हुई थी, जिसे बंद कर दिया गया। 2013 में एसपी रहते हुए आईपीएस पंकज चौधरी ने गाजी फकीर की हिस्ट्रशीट वापस खोली। उसके बाद इनका तबादला कर दिया गया था। उस मामले में पंकज चौधरी खासे चर्चित रहे थे। गाजी फकीर की हिस्ट्रीशीट खोलने वाले मामले पर प्रेसवार्ता में एसपी बोले कि प्रदेश में ऐसे कई हिस्ट्रीशीटर हैं। ऊंची पहुंच के चलते सक्रिय हैं।