IPS मृदुल कच्छावा : चंबल बीहड़ से 44 डकैतों को पकड़ने वाले SP की विदाई पर भर आई लोगों की आंखें
धौलपुर। राजस्थान के धौलपुर जिले के चम्बल बीहड़ से डकैतों और बदमाशों का सफाया करने वाले रियल लाइफ सिंघम की छवि वाले एसपी मृदुल कच्छावा का ट्रांसफर धौलपुर से करौली हो गया।
गाजे बाजे से हुई एसपी मृदुल कच्छावा विदाई
आईपीएस मृदुल कच्छावा को गुरुवार को विदाई दी गई। उनकी विदाई के मौके पर कई जगहों पर कार्यक्रम हुए, जिनमें पुलिसकर्मियों के साथ-साथ आमजन भी बड़ी संख्या में शामिल हुए। लोगों ने उनको साफा व माला पहनाकर घोड़ी पर बिठाकर गाजे-बाजे से विदाई दी। इस दौरान कई पुलिसकर्मियों व आमजन की आंखें भर आई। एसपी कच्छावा का धौलपुर, बाड़ी, सरमथुरा में पुलिसकर्मियों ने भव्य स्वागत किया।
विधायक ने की जमकर तारीफ
बाड़ी क्षेत्र के कांग्रेसी विधायक गिराज सिंह मलिंगा भी पहुंचे थे। उन्होंने ने मंच से एसपी कच्छावा की तारीफों के पुल बांधे। विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा ने कहा कि एसपी ट्रांसफर मैंने नहीं कराया और रुकवाने में हम लोग थे। मज़बूरी थी कि हमारे मंत्री रमेश मीणा नहीं माने और वो मेरे मित्र हैं। इनके काम को देख कर जो करौली में अपराध फैला है उसके खात्मे के लिए इनको करौली लगाया गया है।
विधायक बोले-कभी काम के लिए नहीं किया मना
मैंने काफी प्रयास किए और मंत्री रमेश जी की और एसपी साहब की बात कराई। धौलपुर जिले में तमाम एसपी आए और चले गए और और भी आएंगे, चले जाएंगे, लेकिन ये एसपी साहब ऐसे हैं, जिन्होंने मेरे काम के लिए मना नहीं की। यह पहले एसपी साहब हैं कि इन्होंने किसी काम की ना नहीं की। मैं कोई गलत काम तो कराता नहीं हूँ। आप लोगों के काम कराता हूं।
11 माह में पकड़े 44 डकैत
बता देते हैं कि एसपी मृदुल कच्छावा ने अपने कार्यकाल के दौरान धौलपुर जिले में कानून व्यवस्था बनाने के साथ साथ आमजन में पुलिस की छवि को बेहतर साबित किया। आमजन से लगातार संपर्क बनाये रखे। 31 साल के आईपीएस मृदुल कच्छावा ने महज 11 माह में 44 डकैतों को पकड़ने में सफलता हासिल की। छोटे मोटे डकैतों व बदमाशों को मिलाकर इन्होंने पांच दर्जन अपराधियों को सलाखों के पीछे पहुंचाया। खुद अपनी टीम के साथ डकैतों के खिलाफ कार्रवाई करने के लिए बीहड़ों में उतरे। पकड़े गए ज्यादातर डकैत नामी हैं।