मालपुरा में इंटरनेट सेवाएं 31 तक बंद व शांतिभंग के आरोप में 50 से अधिक गिरफ्तार
जयपुर। कांवड़ यात्रा पर हमले के बाद तनाव से गुजर रहा टोंक जिले के मालपुरा में इंटरनेट सुविधा को 31 अगस्त तक बंद कर दिया गया है। पिछले चार दिनों में शांति भंग के आरोप में 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। यहां कर्फ्यू जारी है। मालपुरा में रविवार को कर्फ्यू में ढील बढ़ाकर चार घंटे की गई। इस दौरान लोगों ने अपने रोजमर्रा की जरूरी वस्तुओं की खरीदारी की। हालात धीरे-धीरे सामान्य हो रहे हैं। इधर, टोंक में गुजरात के विधायक व दलित समाज के नेता जिग्नेश मेवाणी की सभा को लेकर हंगामा हो गया। यहां विरोध करने पहुंचे लोगों ने पोस्टर बैनर फाड़ दिए। पुलिस ने इस मामले में दो प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। आयोजकों ने पुलिस की मदद ली और इसके बाद सुरक्षा कारणों से सभा को स्थगित कर दिया गया।
जानकारी के अनुसार कर्फ्यू में सोमवार को प्रशासन द्वारा सुबह 10 से दोपहर 4 बजे के बीच ढील दी गई। यहां इंटरनेट सेवाएं बंद होने के कारण लोगों को परेशानी हो रही है। यहां लगभग सभी ऑनलाइन काम ठप हैं। एडीएम कैलाश चंद शर्मा ने बताया कि कस्बे में इंटरनेट सेवा 31 अगस्त तक बंद रहेगी और इसके बाद हालातों को देखकर ही इंटरनेट चालू करने या नहीं करने का निर्णय किया जाएगा। कर्फ्यू में ढील के दौरान बाजारों में भीड़ उमड़ पड़ी। लोगों ने दूध सहित खाने-पीने का सामान खरीदा। पुलिस ने शांतिभंग के आरोप में गत शुक्रवार से लेकर अब तक 50 से अधिक प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया है। इससे पूर्व रविवार को रक्षा बंधन के कारण कर्फ्यू में दो घंटे तक की छूट दी गई थी। ढील के दौरान हिंसा की आशंका के चलते भारी पुलिस बल तैनात किया गया था। इस दौरान अजमेर सम्भागीय आयुक्त लक्ष्मीनारायण मीणा और पुलिस महानिरीक्षक बीजू जार्ज जोसफ ने पुलिस के साथ कस्बे में फ्लैग मार्च किया। कर्फ्यू में ढील की मियाद पूरी होते ही सायरन बजाया गया। इसके बाद लोग घरों की ओर चल दिए और बाजार बंद हो गए।
इधर, टोंक जिले में सोमवार को गुजरात के विधायक और दलित नेता जिग्नेश मेवाणी की सभा को लेकर हंगामा मच गया। प्रदर्शनकारी एकाएक सभा स्थल बैरवा धर्मशाला पहुंची और बैनर-पोस्टर फाड़ डाले। इस बीच जमकर नारेबाजी भी की। एकाएक हुए प्रदर्शन के कारण अफरा-तफरी का माहौल हो गया। कोटवाली थाना पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया है। आयोजकों का आरोप है कि प्रदर्शनकारी तलवारें लेकर सभा स्थल पहुंचे थे। आयोजकों ने सुरक्षा के लिहाज से सभा को स्थगित कर दिया।