राजस्थान सरकार ने प्रचार के नाम पर 6 दिन में फूंका डेढ़ लाख का डीजल-पेट्रोल
जयपुर। राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे की 'राजस्थान गौरव यात्रा' 4 अगस्त से शुरू हुई यात्रा में ये पहली बार है जब उनकी यात्रा को लेकर नकारात्मक खबरें ज्यादा बाहर आ रही हैं। सीएम वसुंधरा राजे की 'राजस्थान गौरव यात्रा' में पैसा पानी की तरह बह रहा है। ये सब विपक्ष नहीं बल्कि खुद भाजपा का कहना है। यात्रा की शुरूआत से ही कांग्रेस ने इस पर हल्ला बोलना शुरू कर दिया था।
भाजपा ने इस यात्रा के शुरुआती में केवल छह दिनों में ही डेढ़ लाख रुपए का डीजल-पेट्रोल फूंक डाला। यही नहीं ब्रांडिंग में 38 लाख से अधिक रुपए खर्च हुए हैं और विज्ञापनों में 26 लाख रुपए का खर्चा हुआ है। यात्रा को लेकर शुरुआती खर्चों से ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरी यात्रा पर खर्चा करोड़ों में पहुंचेगा।
बता दें कि मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ने राजस्थान गौरव यात्रा की शुरुआत 4 अगस्त को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह की मौजूदगी में राजसमंद के चारभुजा मंदिर से की थी। 40 दिन तक चलने वाली यह यात्रा 165 विधानसभा सीटों से होकर गुजरेगी। लगभग 6 हजार किलोमीटर की दूरी करने वाली इस यात्रा का समापन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सभा के साथ 30 सितंबर को पुष्कर में होगा।
राजस्थान में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं और राजस्थान में वसुंधरा राजे की अगुआई में चुनावी यात्रा 'राजस्थान गौरव यात्रा' निकाली जा रही है। इस यात्रा में सरकारी धन व मशीनरी के दुरूपयोग के आरोप में राजस्थान हाईकोर्ट में याचिका पर सुनवाई भी चल रही है। हाईकोर्ट को अपने जवाब में राजस्थान सरकार ने इसे भाजपा की यात्रा कहा, होईकोर्ट ने भाजपा को खर्चे का ब्यौरा देने का निर्देश दिया। भाजपा ने एक दिन पहले ही खर्चे का ब्यौरा राजस्थान हाईकोर्ट में पेश किया है। भाजपा के दिए गए ब्यौरे के अनुसार गौरव यात्रा में अब तक भाजपा की ओर से 1 करोड़ 10 लाख 1 हजार 942 रुपए खर्च हुए हैं। पार्टी ने जवाब में कहा है कि यात्रा पूरी होने के बाद खर्च का सेटलमेंट कर पूरा भुगतान किया जाएगा। सुनवाई के दौरान भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मदनलाल सैनी की ओर से यात्रा में खर्च हुई राशि का ब्यौरा बिल सहित कोर्ट में पेश किया गया।
मुख्य न्यायाधीश प्रदीप नान्द्रजोग और न्यायाधीश जीआर मूलचंदानी की खंडपीठ में याचिकाकर्ता विभूति भूषण शर्मा की जनहित याचिका पर सुनवाई में भाजपा ने बताया कि गौरव यात्रा 4 अगस्त को उदयपुर से शुरू हुई थी। यात्रा में 4 अगस्त से 10 अगस्त के बीच उदयपुर में यात्रा के दौरान 1 लाख चालीस हजार 240 रुपए का पेट्रोल व डीजल खर्च हुआ है। भाजपा की ओर से बताया गया कि 41 लाख 30 हजार रुपए का खर्चा टेंट हाऊस, 75 हजार 224 रुपए का खर्चा बैनर, 2 लाख 34 हजार 123 रुपए का खर्चा किराए की कार (टैक्सियों), 38 लाख 22 हजार 907 रुपए का खर्चा ब्राडिंग और 25 लाख 99 हजार 448 रुपए का खर्चा विज्ञापन में आया है। ब्यौरे में स्पष्ट किया गया है कि पार्टी के कार्यक्रम का आर्थिक भार राज्य सरकार पर नहीं डाला गया है। पार्टी की ओर से पेश जवाब को रिकॉर्ड पर लेते हुए अदालत ने मामले की सुनवाई 25 अगस्त को रखी है। वसुंधरा राजे की यात्रा अभी जोधपुर, भरतपुर जैसे बड़े शहरों में भी जानी है।
ये बिल हुए हाईकोर्ट में जमा
टैंट
हाऊज
-
41
लाख
30
हजार
ब्रांडिंग
-
38
लाख
22
हजार
907
रुपए
विज्ञापन
-
25
लाख
99
हजार
448
रुपए
टैक्सियां
-
2
लाख
34
हजार
123
रुपए
पेट्रोल
व
डीजल
-
1
लाख
40
हजार
240
रुपए
बैनर्स
-
75
हजार
224
रुपए