Flood In Rajasthan: इन जिलों में बाढ़ जैसे हालात, घरों में घुसे मगरमच्छ, कोटा में सेना ने संभाला मोर्चा
जयपुर। मानसून 2019 की बारिश ने राजस्थान में कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ डाले हैं। पहले शेखावाटी, मेवाड़ और हाड़ोती अंचल के जिलों में बारिश से हाहाकार मचा हुआ है। आधा दर्जन से ज्यादा जिलों में बाढ़ जैसे हालात हो गए हैं। लोकसभा सभा अध्यक्ष ओम बिरला के गृह जिले कोटा में तो बाढ़ प्रभावित लोगों की मदद के लिए सेना को बुलाना पड़ा है। इसके अलावा बूंदी, बारां, प्रतापगढ़ और झालावाड़ में बृहस्पतिवार रात से मूसलाधार वर्षा हो रही है। कोटा जिले कैथून में राहत कार्य में सेना की मदद ली जा रही है। अकेले हाड़ोती इलाके में इस बार की सीजन में अब तक 1000 एमएम बारिश हो चुकी है।
मकान गिरा, तीन लोग घायल
कोटा के मकबरा थाना ईलाके के इन्द्रा मार्केट में अलसुबह तेज बारिश के कारण के मकान धराशाही हो गया। सूचना के बाद नगर निगम की रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और मलबे के नीचे दबे लोगों को बाहर निकाला व अस्पताल में भर्ती करवाया।
Udaipur Rain : राजस्थान के सबसे खूबसूरत शहर में 48 घंटे से हो रही बारिश, झालावाड़ भी हुआ तर
जानकारी के मुताबिक इन्द्रा मार्केट में सोनी परिवार का पुराना मकान था, जिसमें देवकरण सिंह, कृष्ण सेन सहित एक महिला मौजूद थी। कोटा में देर रात से हो रही तेज बारिश की वजह से मकान गिर गया, जिससे सभी लोग उसमें दब गए। हादसे के बाद ईलाके के लोगों ने अपने स्तर पर मलबे मे फंसे लोगों को बाहर निकालने का प्रयास किया। जिसके बाद रेस्क्यू टीम ने मौके पर पहुंचकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाल लिया।
नदी नाले उफान पर
हाड़ौती क्षेत्र में चम्बल, पार्वती, कालीसिंध और परुवन नदी उफान पर हैं। इस क्षेत्र में सभी छोटे बड़े बांध लबालब हो चुके हैं। इस क्षेत्र में घरों में पानी घुस गया और सड़कें जलमग्न हो गयी। कैठून में हालत सबसे ज्यादा खराब बताये गये हैं जहां सेना बुला ली गई है। सेना के जवान घर घर भोजन पहुंचा रहे हैं वहीं उन्हें सुरक्षित स्थान पर पहुंचाने में जुट गए हैं।
चंदलोही नदी के मगरमच्छ गांवों में घुसे
ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर ले जाया जा रहा है। वहीं चंदलोही नदी के मगरमच्छों के बाहर निकलने से आसपास के गांवों में लोगों को घरों की छतों पर शरण लेनी पड़ रही है। हाड़ौती क्षेत्र में ज्यादातर गांव एवं कस्बों में निचली बस्तियां जलमग्न हो चुकी हैं जबकि बारां में कई कच्चे मकान ढहने की सूचना है। हाड़ौती क्षेत्र के बूंदी में भी हालात बेकाबू हैं। कई गांवों में पानी भर जाने से ग्रामीण संकट में पड़ गये हैं।
राजस्थान के 22 जिलों के लिए चेतावनी
उधर मौसम विभाग ने राज्य के 22 जिलों में आगामी 24 घंटों में भारी वर्षा की चेतावनी दी है। भारी वर्षा के चलते बीसलपुर बांध में 311.28 आर एल मीटर पानी आ चुका है। बनास नदी में भी उफान आने से किनारे के गांव में स्थिति बिगड़ रही है।
उदयपुर में 48 घंटे से हो रही बारिश
उदयपुर में पिछले 48 घंटे से हो रही मूसलाधार बारिश से यहां के नदी-नाले उफान पर हैं। सीसारमा नदी के जरिए पिछोला झील में पानी की अच्छी आवक हो रही है। सीसारमा नदी का बहाव जलस्तर करीब 8 फीट चल रहा है। ऐसे में कई जगहों पर पानी सड़क के ऊपर से होते हुए पहुंच रहा है। वहीं शहर सहित आसपास के इलाकों में हुई बारिश के बाद मोरवानीया नदी भी ऊफान पर है। बता दें कि सीसारमा नदी के जरिए पिछोला झील में पानी की आवक जारी है। वहीं अभी तक मदार नदी के जरिए फतहसागर झील में पानी की आवक शुरू नहीं हो पाई है।
झालावाड़ में गगधार के बाजार के रास्ते बंद
झालावाड़। जिले में लगातार तेज बरसात होने से नदी नाले ऊफान पर हैं। झालावाड़ से 125 किलोमीटर दूर गगधार-ढाबला रोड पर स्थित चाचूर्णी नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण पुल पर पानी दो से तीन फीट बह रहा है।